उन्होंने कहा कि डॉ. गुलेरिया ने सोमवार को कहा कि ऐसे डायबिटिक पेशेंट जो कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, उन्हें ब्लैक फंगस का सबसे ज्यादा खतरा होता है। उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस मुख्य रूप से साइनस, आंखों के आसपास की हड्डियों में पाया जाता है और वहां से यह मस्तिष्क में भी प्रवेश कर सकता है।