दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने यह भी दावा किया कि आप पार्टी का वोट प्रतिशत दिल्ली में बढ़ी तेजी से गिर रहा है, जबकि कांग्रेस पार्टी का वोट प्रतिशत लगातार तेजी से बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा, आम आदमी पार्टी जिसने 2015 के विधानसभा चुनाव में 70 में से 67 सीटें जीती थीं, वह अब एक-एक सीट के लिए संघर्ष कर रही है, क्योंकि आम आदमी पार्टी का ग्राफ बड़ी तेजी से गिर रहा है। दिल्ली नगर निगम के 2017 के चुनाव में वोट प्रतिशत 56 से कम होकर केवल 26 रह गया।
शर्मिष्ठा ने कहा, दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी का वोट प्रतिशत 9.5 प्रतिशत से बढ़कर 2017 के निगम चुनाव में 26 प्रतिशत हो गया, जबकि 2015 के दिल्ली विधानसभा में 56-57 प्रतिशत वोट पाने वाली आप का वोट प्रतिशत गिरकर 28 प्रतिशत रह गया।
दिल्ली कांग्रेस के महासचिव चतर सिंह ने कहा, आम आदमी पार्टी के गिरते ग्राफ का सबूत हाल ही में हुए दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रसंघ के चुनाव में दिखा, जिसमें कि आप पार्टी की विद्यार्थी शाखा का वोट प्रतिशत केवल 12 प्रतिशत रह गया, जबकि नोटा को 11 प्रतिशत वोट मिले थे।
कांग्रेस ने तालमेल की संभावना को उस वक्त खारिज किया है, जब हाल ही में दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल का एक बयान सामने आया जिसमें उन्होंने कहा था कि आम आदमी पार्टी 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली में समझौता करेगी। (भाषा)