मोदी उत्तराखंड में हिमालय स्थित तीर्थस्थल में पूजा करने के बाद पास की एक गुफा में ध्यान लगाने गए। टेलीविजन चैनलों ने उनकी तस्वीरें प्रसारित कीं जिनमें वह एक भगवा चादर लपेटे ध्यान की मुद्रा में बैठे नजर आते हैं। गहलोत ने प्रधानमंत्री पर ध्रुवीकरण का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आज वह भगवा धारण कर एक गुफा में बैठे हुए हैं। भगवान ही जानें, वह क्या संदेश देना चाहते हैं। हर कोई उन्हें देख रहा है।
गहलोत ने बेरोजगारी, किसानों की समस्याओं, अर्थव्यवस्था और विदेश नीति पर चुप रहने तथा इनकी जगह धर्म और राष्ट्रवाद जैसे मुद्दे उठाने को लेकर मोदी की आलोचना की।
गहलोत ने कहा कि संवाददाता सम्मेलन के दौरान उनके चेहरे और शारीरिक हाव-भाव को देखिये। देश ने यह देख लिया कि वे क्या संदेश देना चाहते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें बहस करने की चुनौती दी, पर वे पीछे हट गए। वे लोग क्यों मुद्दों पर चर्चा करने से पीछे हट जाते हैं? उन्होंने पिछले पांच साल में क्या किया? उनका दृष्टिकोण क्या है? उन्होंने सिर्फ अपने चुनाव प्रचार और रणनीति के बारे में बातचीत की।