भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि चक्रवाती तूफान 'मिगजॉम' कमजोर पड़ गया है। यह बुधवार सुबह साढ़े 5 बजे खम्मम से लगभग 50 किमी पूर्व-उत्तरपूर्व, गन्नावरम (विजयवाड़ा) से 110 किमी उत्तर-उत्तरपश्चिम और जगदलपुर से 250 किमी दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित था। राष्ट्रीय मौसम एजेंसी ने कहा कि चक्रवात के उत्तर की ओर बढ़ने और अगले 6 घंटों के दौरान कम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील होकर और अधिक कमजोर पड़ने की संभावना है।
ओडिशा के लिए अब चक्रवात को लेकर कोई खतरा नहीं : विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) कार्यालय ने कहा कि ओडिशा के लिए अब चक्रवात को लेकर कोई खतरा नहीं है, हालांकि चक्रवात के प्रभाव की वजह से गंजम, गजपति, कालाहांडी, कंधमाल और नबरंगपुर जिलों में व्यापक बारिश की संभावना है। इसमें कहा गया है कि पिछले 24 घंटों में राज्य में औसत वर्षा 6.5 मिमी दर्ज की गई जबकि कोरापुट जिले के पोट्टांगी ब्लॉक में सबसे अधिक 106.0 मिमी बारिश हुई।
मंगलवार रात हुई मूसलधार बारिश : आईएमडी के अनुसार गंजम, गजपति, नबरंगपुर, कालाहांडी, कंधमाल, कोरापुट, मलकानगिरि और रायगढ़ जिलों में गुरुवार को सुबह तक भारी बारिश जारी रहेगी। मौसम केंद्र ने बताया कि मलकानगिरि, कोरापुट और रायगढ़ जिले में भी मंगलवार रात मूसलधार बारिश हुई।
सभी स्कूल बंद रखने की घोषणा : गजपति जिला प्रशासन ने भारी बारिश के कारण बुधवार को सभी स्कूल बंद रखने की घोषणा की है। एक अधिकारी ने बताया कि सभी प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, उच्च विद्यालय और आंगनवाड़ी केंद्र बुधवार को बंद रहेंगे। विशेष राहत आयुक्त सत्यब्रत साहू ने कहा कि ओडिशा के लिए अब चक्रवात का खतरा नहीं है, क्योंकि यह मंगलवार दोपहर को आंध्रप्रदेश में पहुंच गया है। साहू ने कहा कि जिला प्राधिकारियों को बारिश कम होने के बाद नुकसान की रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। रिपोर्ट की जांच के बाद मुआवजा प्रदान किया जाएगा।(भाषा)