केंद्रीय बैंक ने जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में यह खुलासा किया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कालेधन और फर्जी नोटों के सर्कुलेशन पर लगाम लगाने के उद्देश्य से की गई नोटबंदी की घोषणा के बाद से 30 जून 2017 तक उसके पास सर्कुलेशन से हटाए गए 1,000 रुपए और 500 रुपए मूल्य वाले 15.44 लाख करोड़ रुपए के नोटों का 99 प्रतिशत हिस्सा जमा हो गया था।
रिपोर्ट के अनुसार नोटबंदी के बाद 1,000 रुपए के लगभग 8.9 करोड़ नोट यानी 8,900 करोड़ रुपए वापस नहीं आए हैं। आरबीआई के मुताबिक 2,000 रुपये के नए नोट का सर्कुलेशन गत मार्च के अंत तक नोटबंदी के दौरान हटाए गए नोटों के कुल मूल्य के 50 फीसदी से थोडा अधिक रहा। साल दर साल आधार पर पूरी प्रणाली में नोटों का सर्कुलेशन 20.2 प्रतिशत घटा है। केंद्रीय बैंक ने बताया कि वर्ष 2016-17 के दौरान नए करेंसी नोटों की छपाई में 7,965 करोड़ रुपए खर्च हुए। (वार्ता)