नई दिल्ली/ मास्को। भारत ने स्पष्ट रूप से चीन से पूर्वी लद्दाख में सभी तनाव वाले क्षेत्रों से सैनिकों की व्यापक वापसी सुनिश्चित करने को कहा है जो भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए आवश्यक है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीन के विदेश मंत्री वांग ई ने गुरुवार को रूस के मॉस्को में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक से इतर मुलाकात के दौरान इस आशय की बात कही। लगभग ढाई घंटे तक चली इस बैठक के दौरान लद्दाख क्षेत्र में व्याप्त सीमा विवाद के हल को लेकर विचार-विमर्श हुआ।
सूत्रों के मुताबिक बैठक के दौरान भारतीय पक्ष ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर उपकरणों के साथ चीनी सैनिकों की बड़े पैमाने पर मौजूदगी पर चिंता व्यक्त की। भारत ने साफ तौर पर कहा कि सैनिकों की इतनी बड़ी उपस्थिति 1993 और 1996 के समझौतों के अनुरूप नहीं है और इससे एलएसी पर फ्लैश प्वाइंट बनाए गए।
सूत्रों ने कहा, चीनी पक्ष ने इस तैनाती के लिए कोई विश्वसनीय स्पष्टीकरण नहीं दिया है।उन्होंने कहा कि एलएसी पर तनाव की कई घटनाओं में चीनी सीमावर्ती सैनिकों के उत्तेजक व्यवहार ने द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल के प्रति उपेक्षा दिखाई।(वार्ता)