फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी समेत वह सभी दल शामिल होंगे, जिन्हें न्योता मिला है। हमें कोई एजेंडा नहीं दिया गया है, इसलिए प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के सामने हम अपना पक्ष रखेंगे।
पीडीपी मुखिया महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हमसे जो छीन लिया गया है, हम उसके बारे में बात करेंगे। महबूबा का इशारा अनुच्छेद-370 की तरफ था। इसके साथ वहीद पारा का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि राजनीतिक बंदियों को रिहा किया जाना चाहिए। वह कैदियों की रिहाई पर जोर देंगी।
महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर पाकिस्तान से बात करने का राग अलापा है। गुपकार गठबंधन के नेताओं की बैठक के बाद उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के मामले पर पाकिस्तान से बात होनी चाहिए। प्रदेश में अगर शांति लानी है तो उसके लिए पाकिस्तान से बातचीत होनी चाहिए। शांति बहाली के लिए संवाद ही एक रास्ता है। बैठक में पहुंचे पीएजीडी सदस्य मुजफ्फर शाह ने कहा कि हम अनुच्छेद-370 और 35-ए के बारे में भी बात करेंगे।