सर्दी का मौसम आते ही लोग व्यायाम करते हैं, अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए तरह- तरह के तरीके आजमाते हैं। जिन चीजों का सर्दी में ज्यादा इस्तेमाल होता है उसमें गर्म चीजें ज्यादा होती हैं, जैसे शहद, गुड़ और अंडे आदि।
लेकिन हम इन्हें खाने से पहले देखते नहीं कि जो हम खा रहे हैं, क्या वे वाकई में असली है। कहीं वे नकली तो नहीं। दरअसल, सर्दी के दिनों में इनकी डिमांड बढ़ जाती है, ऐसे में मिलावटी या नकली सामान बेचने वालों का बाजार भी सक्रिय हो जाता है। ऐसे में कोई चीज खाने से पहले यह जांचना जरूरी है कि वो असली है या नकली। बाजार में आर्टिफिशियल या सिंथेटिक अंडे बिक रहे हैं, जो हेल्थ को ठीक करने के बजाए बीमार भी कर सकते हैं।
नकली सामग्री पर नगर निगम के फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट के साथ ही खाद्य एवं औषधि विभाग की कितनी निगरानी है, यह जानने के लिए वेबदुनिया ने इन विभागों के अधिकारियों से चर्चा की। क्या है अधिकारियों का दावा।
क्या कहते हैं अधिकारी?
समय- समय पर जांच करते हैं
स्वच्छता अभियान के तहत तो हम जांच और कार्रवाई करते हैं, चूंकि इंदौर स्व्च्छता में नंबर वन पर है तो ऐसे में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और उनमें मिलावट को लेकर जांच करते हैं। इसमें हम खाद्य और औषधि विभाग की भी मदद लेते हैं।- लखन शास्त्री, फूड एंड सेफ्टी अधिकारी, नगर निगम इंदौर
सेंपलिंग, जांच और कार्रवाई जारी है
खाद्य सामग्री के सेंपल लेकर जांच करने की कार्रवाई लगातार करते हैं। अगर कोई सेंपल फेल होता है तो नियमानुसार कार्रवाई भी करते हैं। इनमें ठंड के दिनों में बिकने वाली सामग्री के साथ ही आम दिनों में बिकने वाली सभी तरह का खाद्य पदार्थ होते हैं, जिसकी सेंपलिंग हमार विभाग करता है।- डीके सोनी, खाद्य एंव औषधि, जांच अधिकारी
कैसे पहचाने नकली अंडे?
सबसे पहले तो यह देखे कि अंडे का सफेद वाला हिस्सा रफ है कि नहीं।
योक जरूरत से ज्यादा पीला दिखाई दे, तो समझिए कि अंडे में कुछ गड़बड़ है।
नकली अंडे को हिलाने पर उसके भीतर से आवाज आएगी, जबकि असली अंडे को हिलाने पर कोई आवाज नहीं आती है।
पानी में डालने पर नकली अंडा पानी में तैरता है, जबकि असली अंडा पानी में डालने पर डूब जाएगा।
अगर अंडा ज्यादा चमकदार है और उसकी परत चिकनी है तो वो नकली हो सकता है।
कैसे पहचाने असली शहद?
असली शहद कभी खराब नहीं होता, वो जितना पुराना होगा उतना अच्छा होगा।
अगर गर्म पानी में डालने पर शहद बर्तन की तली में जम जाता है तो वो असली है।
पानी में घुलने वाला शहद नकली हो सकता है।
ऐसे करे गुड़ की पहचान
असली गुड़ पानी में घुल जाता है। जो पानी में न घुले और बर्तन के तले में जम जाए वो नकली हो सकता है।
खाने में जिसके स्वाद में मसाला महसूस हो वो नकली हो सकता है।
बहुत चमकदार, पीला और लाल रंग का साफ सुथरा दिखने वाला गुड़ नकली हो सकता है।
आर्टिफिशियल या सिंथेटिक का बाजार
दरअसल, सर्दियां आते ही गर्म चीजों की डिमांड हो जाती है, इनमें सबसे ज्यादा गुड़, शहद और अंडे समेत कई तरह की गर्म तासीर वाली चीजें बाजार में मिलने लगती है। लोग भी इन्हें बडी मात्रा में खरीदते हैं। ऐसे में नकली सामान बेचने वाले भी सक्रिय हो जाते हैं। वे आर्टिफिशियल, सिंथेटिक या मिलावटी सामान बेचने लगते हैं। ऐसे में सामान्य तौर पर न तो लोग इनकी जांच करते हैं और न ही नकली सामग्री पहचान में आती है। हालांकि समय समय पर फूड एंड ड्रग डिपार्टमेंट इनके सेंपल लेकर जांच करता है, लेकिन कई खाद्य सामग्रियों की जांच नहीं हो पाती है और वे कार्रवाई से बच जाते हैं। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि खाने और खरीदने वाले ही अपने स्तर पर इनकी जांच करे।