कोच्चि। एक वैश्विक गैरसरकारी संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत के शहरों में सुरक्षित, निजी शौचालय से वंचित और खुले में शौच करने वाले लोगों की संख्या विश्व में सबसे ज्यादा है और यह हालत तब है, जब सरकार की प्राथमिकताओं में स्वच्छता प्रमुख रूप से शामिल है।
सुरक्षित जल और स्वच्छता के क्षेत्र में काम करने वाले ब्रिटेन के एक गैरसरकारी संगठन 'वॉटरएड' की रिपोर्ट के अनुसार सुरक्षित, निजी शौचालयों के बिना जीवन गुजारने वाले शहरी लोगों की संख्या के मामले में विश्व में भारत शीर्ष पर है।