श्रीमती बादल ने शुक्रवार को यहां पार्टी नेता नरेश गुजराल के साथ सिंह से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने गृहमंत्री से इस मामले में जांच शुरू कराए जाने की मांग की। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने इस सप्ताह एक वीडियो जारी किया था जिसमें टाइटलर कथित रूप से 100 सिखों की हत्या की बात करते नजर आ रहे हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद अक्टूबर 1984 में राजधानी समेत देश के कई अन्य हिस्सों में सिख विरोधी दंगे हुए थे, जिनमें बड़ी संख्या में सिख मारे गए थे। जीके ने टाइटलर का एक स्टिंग होने का दावा किया था जिसमें कांग्रेस नेता को कथित रूप से सिखों की हत्या का जिक्र करते हुए दिखाया गया है।
जीके ने कहा था कि सारे साक्ष्य केन्द्रीय जांच ब्यूरो को सौंप दिए गए हैं और टाइटलर को तुरंत गिरफ्तार कर जांच शुरू की जानी चाहिए। गौरतलब है कि दिल्ली भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष मनोज तिवारी की अगुवाई में आज यहां एक प्रतिनिधिमंडल ने केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और इस पूरे मामले की जांच एसआईटी को सौंपने का आग्रह किया।
प्रतिनिधिमंडल में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव आरपी सिंह और दिल्ली इकाई उपाध्यक्ष राजीव बब्बर भी शामिल थे। सीडी में टाइटलर को यह कहते हुए दिखाया गया है कि 1984 में सिख दंगों के दौरान उन्होंने 100 सिखों का कत्ल करवाने में सहयोग दिया। टाइटलर ने इस मामले में जीके के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सीडी के साथ छेड़छाड़ की गई है। (वार्ता)