बहरहाल, गृहमंत्री ने पाकिस्तान में छुपे अंडरवर्ल्ड डॉन एवं 1993 मुंबई श्रृंखलाबद्ध विस्फोट के सरगना दाऊद इब्राहीम को वापस लाने में अड़चनों को स्वीकार किया। सिंह ने कहा, जम्मू-कश्मीर में 1995 में करीब 6,000 आतंकी घटनाएं हुईं और 2017 में यह घटकर 360 पर आ गई।
गृहमंत्री ने ‘एचटी लीडरशिप समिट’ में यहां कहा, हमने हमेशा पाकिस्तान के साथ बेहतर रिश्ते बनाने का प्रयास किया है। लेकिन देश (पाकिस्तान) अपना तौर-तरीका नहीं बदल रहा है। वह जम्मू कश्मीर में आतंकवाद का प्रायोजन करना जारी रखे है।
जम्मू-कश्मीर में आगामी पंचायत और शहरी स्थानीय निकायों के चुनावों का हवाला देते हुए गृहमंत्री ने कहा कि राज्य के 90 प्रतिशत लोग चुनावी प्रक्रियाओं में शामिल होंगे जिसे मौजूदा सरकार ने लंबे समय के बाद शुरू की है।
स्थानीय निकायों में भाजपा के कई प्रत्याशियों के निर्विरोध चुने जाने के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि हाल में पश्चिम बंगाल में आयोजित पंचायत चुनाव में 43 प्रतिशत प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए और ऐसी चीजें असामान्य नहीं हैं।
उन्होंने भाजपा और पीडीपी के बीच टूट चुके गठबंधन के बारे में कहा कि पिछले राज्य विधानसभा चुनाव के जनादेश का सम्मान करते हुए दोनों दलों ने हाथ मिलाया, लेकिन प्रयोग सफल नहीं हुआ। सिंह ने कहा कि कुछ साल पहले तक नक्सलवाद राष्ट्र के समक्ष एक बड़ी चुनौती था, लेकिन उस पर एक हद तक अंकुश लगाया जा चुका है।
कुछ संस्थानों पर भाजपा के कब्जे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों पर सिंह ने कहा कि ये ‘आरोप निराधार’ हैं। उन्होंने कहा, उन्हें (गांधी) कम से कम एक उदाहरण देना चाहिए, जिसमें यह हुआ हो। हमने हमेशा देश में हर संस्थान की गरिमा बनाए रखी है। (भाषा)