कुमारस्वामी ने कड़े शब्दों में यहां जारी बयान में कहा कि वह भाजपा से जानना चाहते हैं कि यह लोकतंत्र की राजनीति है या उसकी दमनकारी मानसिकता का भद्दा प्रदर्शन। मुख्यमंत्री ने कर्नाटक के चार मंत्रियों को मुंबई पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि यह न सिर्फ प्रोटोकॉल का उल्लंघन है बल्कि "सामंती मानसिकता" की झलक भी है।
कुमारस्वामी ने कहा कि भाजपा की सत्ता की भूख के कारण कर्नाटक हंसी का पात्र बन गया है। यह लोकतंत्र की राजनीति है या दमनकारी मानसिकता का भद्दा प्रदर्शन। दरअसल, बुधवार को कर्नाटक सरकार में मंत्री डीके शिवकुमार, कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा और नसीम खान मुंबई के रेनेशॉ होटल में कांग्रेस-जद(एस) के बागी विधायकों से मिलने गए थे, लेकिन पुलिस ने होटल के बाहर ही उन्हें हिरासत में ले लिया।
मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा और पार्टी के एक अन्य नेता नसीम खान को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। कांग्रेस नेता भाई जगताप ने कहा, "हमने बर्वे से कहा कि हर किसी को विरोध करने का संवैधानिक अधिकार है। पुलिस एक निजी स्थान में प्रवेश करने से किसी को कैसे रोक सकती है? बागी विधायक जहां ठहरे हैं उन सभी होटलों में भाजपा नेताओं को घुसने की इजाजत हैं लेकिन कांग्रेस नेताओं को नहीं।"