Nirmala Sitharaman: केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और बीमा कंपनियों के प्रबंध निदेशकों की बैठक की अध्यक्षता की जिसमें चक्रवात 'बिपरजॉय' के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा की गई। अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में वर्गीकृत 'बिपरजॉय' के गुरुवार को गुजरात तट पर पहुंचने का अनुमान है।
एक और ट्वीट में कहा गया है कि उन्होंने (सीतारमण) कहा कि बैंकों और बीमा कंपनियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बिपरजॉय चक्रवात के दौरान कर्मचारियों को पर्याप्त देखभाल, भोजन और दवा मिले। उन्होंने कहा कि जीवन, मत्स्यपालन, पशुधन, फसलों, नावों और संपत्ति के नुकसान से उत्पन्न होने वाले दावों को शीघ्रता से निपटाया जाना चाहिए। वहीं दिल्ली में आयोजित भाजपा के 'महाजनसंपर्क अभियान' में सीतारमण ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान सरकार द्वारा विवेकपूर्ण राजकोषीय प्रबंधन ने भारत को 'सबसे ऋणग्रस्त राष्ट्र' बनने से बचा लिया।
उन्होंने कहा कि जो लोग यह आरोप लगा रहे हैं कि भारत का कर्ज उच्च स्तर तक बढ़ गया है, वे वही लोग हैं जिन्होंने सरकार को महामारी के दौरान पैसे छापने और इसे वितरित करने की सलाह दी थी। अगर सरकार ने उनकी सलाह मान ली होती तो हम अब तक सबसे ज्यादा कर्जदार देश बन गए होते और दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था नहीं बने होते।(भाषा)