इसके बाद मैंने हैरानी से पूछा कि आपके पास वाकई ड्राइवर नहीं है, तो उन्होंने कहा, नहीं नितिन मैं खुद ही चला रहा हूं। फिर मैंने उन्हें रास्ता बताया। मैं इस बात से हैरान था कि देश का इतने बड़े करोड़पति होने के बावजूद उनके पास ड्राइवर नहीं है और ना ही कोई सिक्योरिटी गार्ड है।
गडकरी ने एक और किस्सा शेयर करते हुए कहा कि एक बार मैं और रतन जी नागपुर जा रहे थे। उनके पास एक छोटा बैग था। इस पर मैंने एक स्टाफ को कहा कि वे रतन जी से उनका बैग ले लें। इस पर रतन टाटा ने कहा कि बैग मेरा है, तो इसे उठाऊंगा भी मैं ही। इसके बाद जब वे एक गाड़ी में बैठे तो वे खुद ड्राइवर के पास बैठ गए। मैंने उन्हें ये भी कहा कि मैं वहां बैठ जाता हूं, लेकिन वे नहीं मानें। उनका ये सादगी भरा व्यक्तित्व ही उन्हें इतना आगे तक लेकर आया।