पायल ने ट्वीट करते हुए कहा था, 'छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म शूद्र वर्ण में किसान परिवार में हुआ था और यज्ञोपवित संस्कार और अपनी पत्नी के साथ पुनर्विवाह द्वारा उन्हें एक क्षत्रिय बनाया गया ताकि उनका राज्याभिषेक किया जा सके। इसलिए लोग एक वर्ण से दूसरे वर्ण में अपनी योग्यता के बल पर जा सकते हैं। कोई जातिवाद नहीं ?' ट्वीट पर आलोचनाओं का सामना करने के बाद उन्होंने सोमवार को एक वीडियो डालकर अपनी टिप्पणी पर माफ मांगी।
वीडियो में पायल ने कहा, 'मेरे सीधे से प्रश्न को गलत समझा गया है। यहां तक कि मैं , निश्चित रूप से एक महान राजा की पूजा करती हूं। मैंने कुछ पढ़ा था और एक जानकारी सामने आई, जिसे मैंने सबके सामने रखा था। लेकिन सोशल मीडिया पूरी तरह से ट्रोल से भरा पड़ा है।'