गांधी ने आज यह जारी बयान में कहा कि क्यों नहीं! हमें तो एक कदम आगे बढ़कर, देश में बढ़ती ‘असत्य की गंदगी’ भी साफ़ करनी है। क्या प्रधानमंत्री चीनी आक्रमण का सत्य देश को बताकर इस सत्याग्रह की शुरुआत करेंगे।
गांधी ने लिखा कि जब जब देश भावुक हुआ, फ़ाइलें गायब हुईं। माल्या हो या राफ़ेल, मोदी या चोकसी... गुमशुदा लिस्ट में लेटेस्ट हैं चीनी अतिक्रमण वाले दस्तावेज। ये संयोग नहीं, मोदी सरकार का लोकतंत्र-विरोधी प्रयोग है।