Rajkot gaming zone fire : 26 मई 2024 राजकोट के लिए एक काला दिन है। कालावड रोड पर टीआरपी गेमिंग जोन में भीषण आग लग गई। छुट्टियों और सप्ताहांत का आनंद लेने गए बच्चे इस दुखद आग की घटना का शिकार हो गए। केवल 30 सेकंड में, पूरे गेमिंग जोन में आग लग गई। रात एक बजे तक 28 लोगों की मौत हो चुकी थी। आग लगने के बाद फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। पूरा गेमिंग जोन आग में जलकर खाक हो गया। ALSO READ: दिल्ली के न्यू बोर्न बेबी केयर अस्पताल में आग, 6 बच्चों की मौत
कुछ शव टायरों में फंस गए, एक एम्बुलेंस को 5-5 शवों को सिविल अस्पताल लाने के लिए मजबूर होना पड़ा। कुछ शवों को बोरे-कपड़े और प्लास्टिक की थैलियों में भरकर ले जाया गया। 5 फीट के एक शख्स का शरीर साढ़े तीन फीट का हो गया था।
सीढ़ियों पर वेल्डिंग करते समय चिंगारी से लगी आग : सीढ़ियों पर वेल्डिंग करते समय अचानक चिंगारी भड़क उठी, हालांकि दूसरी और तीसरी मंजिल पर मौजूद लोगों के लिए बचने का कोई रास्ता नहीं था क्योंकि ऊपर जाने के लिए केवल एक ही सीढ़ी थी। जिससे मरने वालों की संख्या काफी बढ़ गई। खेल क्षेत्र में रबर और राल का फर्श था। इसके अलावा शीट संरचना में थर्मोकोल की शीट का डिवाइडेशन भी था। इसके अलावा कार क्षेत्र के चारों ओर एक हजार से अधिक टायर थे। इसके अलावा 2500 लीटर डीजल होने के कारण आग भीषण हो गई।
फायर एनओसी भी नहीं : निगम की मंजूरी न लेने के लिए राइड सर्टिफिकेट लेकर यहां शेड बना दिया गया और तीन मंजिला भव्य गेम जोन शुरू कर दिया गया। ये सर्टिफिकेट देने वाले अधिकारी भूमिगत हो गए हैं। गेम जोन के लिए फायर एनओसी भी नहीं ली गई।
खुलासा हुआ है कि राजकोट जैसे शहर में लंबे समय से चर्चा में रहे इस गेमजोन के पास फायर एनओसी तक नहीं है। स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन ने खुद माना है कि गेमजोन के पास फायर एनओसी नहीं है। जैमिन ठाकर ने कहा कि इन प्रबंधकों को राजकोट मनपा और भाजपा सरकार द्वारा रिहा नहीं किया जाएगा। फायर एनओसी जारी करने की जिम्मेदारी राजकोट नगर पालिका की है। इसे मनोरंजन विभाग ने मंजूरी दे दी है। इसके अलावा जब ये लोग मनोरंजन विभाग में फाइल डालते हैं तो वह फाइल मनपा के पास आने के बाद मनपा मंजूरी दे देती है।
गेमिंग जोन में भीड़ : छुट्टियों और सप्ताहांत के कारण, प्रवेश शुल्क 500 रुपए से घटाकर 99 रुपए कर दिया गया था। जिस वजह से यहां भीड़ ज्यादा थी, हादसे के वक्त यहां 300 लोग मौजूद थे। जिनमें से कई लोग अब भी लापता हैं।
एक बहादुर स्थानीय नागरिक ने बच्चों को बचाया : इस हादसे में गोंडल के एक किशोर ने बहादुरी दिखाई। पृथ्वीसिंह झाला नामक किशोर ने पत्ते तोड़कर अपनी और 5 अन्य बच्चों की जान बचाई। हालाँकि, उसके दो दोस्त अभी भी लापता हैं।
गेमिंग जोन के लिए किराए पर ली थी जगह : कोट में गेमिंग जोन के लिए जगह किराये पर देने वाला मनीष प्रजापति फरार है। गौरतलब है कि युवराज सिंह नाम के शख्स ने गेमजोन के लिए एक जगह किराए पर ली थी।
गेमिंग जोन में लगी आग को लेकर मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने ट्वीट कर नगर निगम और प्रशासनिक तंत्र को बचाव और राहत कार्य के निर्देश दिए। घायलों के तत्काल इलाज की व्यवस्था करने के भी आदेश दिए गए। आज सुबह दोनों ने अस्पताल का दौरा कर घायलों से मुलाकात की।
#WATCH | Gujarat Chief Minister Bhupendra Patel and Home Minister Harsh Sanghavi reach AIIMS, Rajkot to meet the injured of the TRP Gaming Zone fire incident.
A fire broke out at TRP Gaming Zone in Rajkot, yesterday, which claimed the lives of 27 people. pic.twitter.com/BYeoEgKYti
राजकोट गेम जोन आपदा में 28 लोगों की मौत हो गई है। इस संबंध में सिस्टम ने 27 लापता लोगों की सूची घोषित की है। दुर्घटनास्थल पर रात भर बचाव अभियान जारी रहा।
लापता लोगों की सूची
नम्रजीत सिंह जयपाल सिंह जाडेजा
प्रकाशभाई नागिनदास पांचाल
वीरेन्द्र सिंह निर्मल सिंह जाडेजा
धर्मराजसिंह वीरेन्द्रसिंह जाडेजा
देवांशी हितेंद्रसिंह जाडेजा
सुनीलभाई हसमुखभाई सिद्धपुरा
ओमदेव सिंह राजेंद्र सिंह गोहिल
अक्षत किशोरभाई घोलरिया
ख्यातिबेन सवालिया
हरिताबेन सवालिया
विश्वराज सिंह जाडेजा
कल्पेशभाई बागड़ा
सुरपाल सिंह अनिरुद्ध सिंह जाडेजा
नीरव रसिकभाई वेकारिया
सत्यपालसिंह जाडेजा
शत्रुध्नसिंह चुडासमा
जयन्त गोटेचा
सुरपाल सिंह जाडेजा
नमनजीत सिंह जाडेजा
मितेश बाबूभाई जादव
ओमदेवसिंह चुडासमा
वीरेन्द्र सिंह
काथद आशाबेन चंदूभाई
राजभा प्रदीपसिंह चौहान
रमेश कुमार नस्ता राम
सत्यपाल सिंह छत्रपाल सिंह जाडेजा
मोनू केशव गौड़
Story by : webdunia gujarati team
edited by : Nrapendra Gupta