उन्होंने पड़ोसी देशों से नदियों के जलस्तर जैसे आंकड़े परस्पर साझा करने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि इसके लिए विभिन्न देशों के बीच आम सहमति कायम होनी चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका, थाईलैंड, भूटान और नेपाल के बीच सहयोग के लिए बने संगठन (बिम्सटेक) के अगले माह होने वाले आपदा प्रबंधन अभ्यास के दौरान इस दिशा में शुरूआत हो जाएगी।
सिंह ने कहा कि हर देश की सीमा होती है लेकिन प्रकृति किसी सीमा को नहीं पहचानती है। यदि किसी देश में आपदा आती है तो पड़ोसी देश भी इससे प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकता। उन्होंने कहा कि जब कोई देश आपदाओं से निपटने में कुशलता हासिल करके अपनी क्षमता बढ़ा लेता है तो इसका फायदा पड़ोसी देशों को भी मिलता है। उन्होंने बताया कि भारत ने 2914 में नेपाल में भूकंप आने पर उसकी मदद की थी तथा जापान की सहायता के लिए भी राष्ट्रीय आपदा कार्यबल भेजा था। (वार्ता)