भाजपा ने अपने आठवें उम्मीदवार के रूप में संजय सेठ को मैदान में उतारा है। स्थानीय उद्योगपति एवं पूर्व सपा नेता सेठ 2019 में भाजपा में शामिल हुए थे। इस सीट पर सपा को क्रॉस वोटिंग का डर सता रहा है। मीडिया खबरों के अनुसार, कम से कम 10 सपा विधायक भाजपा को वोट दे सकते हैं।
भाजपा के सात अन्य उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय मंत्री आर.पी.एन. सिंह, पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह, पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के महासचिव अमरपाल मौर्य, पूर्व राज्य मंत्री संगीता बलवंत (बिंद), पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, पूर्व विधायक साधना सिंह और आगरा के पूर्व महापौर नवीन जैन हैं।
403 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भाजपा और सपा सबसे बड़े दल हैं। भाजपा के 252 और सपा के 108 विधायक हैं। सपा की गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के पास दो सीट हैं। भाजपा की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के पास 13, निषाद पार्टी के पास छह, राष्ट्रीय लोकदल के पास 9, सुभासपा के पास 6, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के पास 2 और बसपा के पास एक सीट है। फिलहाल विधानसभा में 4 सीट खाली हैं।