अधिकारियों ने बताया कि कुछ संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने जम्मू, डोडा और रियासी जिलों में भी तलाशी अभियान चलाया। एक ग्रामीण ने युद्ध की पोशाक में 3 व्यक्तियों की संदिग्ध गतिविधियों की सूचना दी थी, जिसके बाद जम्मू के अखनूर सेक्टर में लोअर घरोटा, थाथी और आसपास के इलाकों में पुलिस और सीआरपीएफ कर्मियों द्वारा संयुक्त अभियान चलाया गया। 2 घंटे से अधिक समय तक चली तलाशी के दौरान कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों ने सोमवार सुबह रियासी जिले के रुंबल नाला कोठियां, पौनी, डेरा बब्बर, कुंडले और कांजली इलाकों में भी तलाशी अभियान चलाया। जम्मू क्षेत्र में हाल ही में आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि देखी गई है, खासकर पुंछ, राजौरी, डोडा और रियासी जैसे सीमावर्ती जिलों में। भारतीय वायुसेना के काफिले, तीर्थयात्रियों की बस पर हमले और कठुआ में हाल ही में सैनिकों की हत्या ने उभरते खतरे को उजागर किया है।
आतंकियों को देखे जाने की खबरों और तलाश करने के अभियानों का यहीं अंत नहीं हुआ है। खबर लिखे जाने तक राजौरी, पुंछ, डोडा, किश्तवाड़, जम्मू, रियासी, कठुआ और उधमपुर के 8 जिलों में 2 दर्जन से अधिक स्थानों पर सुरक्षाकर्मी आतंकियों की तलाश में जुटे थे। एक अनुसार, के अनुसार, इन तलाशी अभियानों में हजारों सुरक्षाकर्मियों को झौंका गया था।