शिवराज ने ट्वीट कर कहा कि ‘मेड इन मध्यप्रदेश’ मोबाइल, ‘मेड इन चित्रकूट’ मोबाइल, BHEL के मोबाइल, पता नहीं राहुलजी और कहा-कहां मोबाइल बनाने की फैक्टरी लगाने वाले हैं। राहुलजी आज भले कुछ भी बोल रहे हैं, पर सच्चाई ये है कि पिछले 70 सालों में ‘मेड इन अमेठी’ लिखा हुआ ‘पतली पिन का चार्जर’ भी नहीं बना पाए।
उन्होंने कहा कि हमारी सभी योजनाएं समाज के हर वर्ग के व्यक्ति के लिए हैं। हम हमेशा अच्छी नीयत के साथ, अच्छी सोच से, अच्छी योजनाएं बनाकर अमल में लाते हैं, जिससे लोगों के जीवन में सकारात्मक सुधार आते हैं। हम हर जगह सिर्फ 'मेड इन... मोबाइल' की बात नहीं करते।