नई दिल्ली, पेगासस स्कैंडल थमने का नाम नहीं ले रहा है। विपक्ष मामले में लगातार सरकार को घरने और दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है।
अब कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने पेगासस जासूसी मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की है। उन्होंने सरकार से श्वेत-पत्र लाने की भी मांग की, जिसमें इस बात का जिक्र हो कि उसने इजराइली जासूसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया है या नहीं। उन्होंने अमित शाह के क्रोनोलॉजी समझिए, वाले बयान पर कहा कि यह साल 2017-2019 के बीच हुआ है
दूसरी तरफ केन्द्र सरकार ने जासूसी के सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि भारतीय लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
सिब्बल ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भारत को बदनाम करने की साजिश वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि देश को बदनाम नहीं किया जा रहा, लेकिन आपकी सरकार के क्रियाकलापों की वजह से सरकार बदनाम हो रही है
शाह के आप क्रोनोलॉजी समझिए वाले बयान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा,हम क्रोनोलॉजी समझ रहे हैं। मैं अमित शाह जी से कहना चाहता हूं कि आप इसकी क्रोनोलॉजी समझिए,यह वर्ष 2017-2019 के बीच हुआ है
सिब्बल ने कहा कि गृह मंत्री को संसद को यह बताना चाहिए कि सरकार ने जासूसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल नहीं किया। (भाषा)