Congress targeted the government: कांग्रेस ने मंगलवार को दावा किया कि देश में गेहूं संकट पैदा हो गया है जिसके चलते सरकार गेहूं आयात करने पर विचार कर रही है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने उस खबर का हवाला देते हुए सरकार पर निशाना साधा जिसमें कहा गया है कि घरेलू बाजार में कीमतों में उछाल के कारण वह रूसी गेहूं के आयात की अनुमति दे सकती है।
रमेश ने 'एक्स' पर पोस्ट किया कि प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) ने पिछले साल अपनी छवि चमकाने के लिए दावा किया था कि भारत दुनिया का पेट भरने में सक्षम है। उन्होंने गेहूं के निर्यात की खुली छूट दी। फिर अपने ही देश में गेहूं संकट उत्पन्न हो गया।
उन्होंने दावा किया कि 2022 का अंत आते-आते गेहूं का भंडार 15 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया। स्थिति बिगड़ी तब निर्यात पर रोक लगाई गई। अब खबर है कि सरकार गेहूं आयात करने पर विचार कर रही है। कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया कि इस बीच देश में आटे समेत गेहूं से संबंधित उत्पादों के दाम 50 प्रतिशत तक बढ़ गए। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत भी गेहूं की जगह चावल दिए जाने की खबरें आई हैं। एक बार फिर स्वघोषित विश्वगुरु के दिखावे की वजह से नुकसान आम और गरीब लोगों का हुआ है।(भाषा)