राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत देश की सबसे पुरानी पार्टी के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष हो सकते है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की दौड़ में सबसे आगे अशोक गहलोत बुधवार को दिल्ली पहुंचे और कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। करीब दो घंटे सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद अब अशोक गहलोत बाहर निकले तो मीडिया से कोई बात नहीं की।
अशोक गहलोत अगर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते तो क्या वह राजस्थान के मुख्यमंत्री का पद छोड़ेंगे, यह अब बड़ा सवाल बन गया है। इस सवाल को लेकर जब आज अशोक गहलोत से पूछा तो उन्होंने साफ कहा कि कांग्रेस में एक पद-एक व्यक्ति का सिद्धांत केवल नॉमिनेटेड पदों के लिए है। कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव सबके लिए खुला है, चाहे कोई भी लड़ सकता है, कोई भी व्यक्ति मंत्री भी रह सकता है और कांग्रेस अध्यक्ष भी बन सकता है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है कांग्रेस के 9 हजार डेलीगेट में कोई भी कांग्रेस अध्यक्ष बन सकता है।
राजस्थान में 2018 विधानसभा चुनाव कांग्रेस ने सचिन पायलट की अगुवाई में चुनाव लड़ा लेकिन कांग्रेस के चुनाव जीतने के बाद राहुल गांधी के दखल के बाद अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बना दिया गया था। वहीं इसके बाद सचिन पायलट राजस्थान के उप मुख्यमंत्री बने थे लेकिन 2020 में सचिन पायलट की पार्टी से बगावत के बाद उन्हें सरकार से हटा दिया गया। ऐसे में अब जब राजस्थान में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले तब अगर सचिन पायलट को कांग्रेस आगे नहीं करती है तो क्या सचिन पायलट का अगला रूख क्या होगा यह देखना होगा।