शिकागो निवासी इस कार्यकारी ने ट्रम्प समर्थकों की अज्ञानता को भी चुनौती दी और कहा कि वे भारत वापस क्यों जाएं जबकि वे अमेरिका में ही पैदा हुए हैं। उन्होंने कहा कि सामाजिक आर्थिक स्थिति भी आपको नस्लवादी हमलों से नहीं रोक सकती है। शिकागो ट्रिब्यून को दिए एक इंटरव्यू में गांधी ने कहा कि इस कारण से उन्होंने घृणा भरे संदेशों को आम जनता तक पहुंचाने का फैसला किया।