वहां पहुंचने पर अधिकारियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद बढ़ी सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए उन्हें और उनके परिवार को पाकिस्तान में प्रवेश करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। शैतान सिंह की सगाई पाकिस्तान के सिंध प्रांत के अमरकोट जिले की 21 वर्षीय केसर कंवर से 4 साल पहले हुई थी। कई साल के प्रयास के बाद इस साल 18 फरवरी को उन्हें, उनके पिता और भाई को वीजा दिया गया।
मौजूदा हालात ने दोनों परिवारों को निराश कर दिया : सिंह के चचेरे भाई सुरेंद्र सिंह ने कहा कि मौजूदा हालात ने दोनों परिवारों को निराश कर दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से हमारे रिश्तेदार भी आए थे। उन्हें भी वापस लौटना पड़ा। हम बहुत निराश हैं। आतंकवादी घटनाओं से बहुत नुकसान होता है। रिश्ते खराब होते हैं। सीमा पर आवाजाही बंद हो जाती है। शैतान सिंह का सीमा पार विवाह पारिवारिक रिश्तों के जरिए तय किया गया था, जो सोढ़ा राजपूत समुदाय के बीच आम है।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में सोढ़ा राजपूतों की अच्छी-खासी आबादी है। उनमें से कई समुदाय के भीतर ही शादी करना पसंद करते हैं और अक्सर अपनी सांस्कृतिक परंपराओं को बनाए रखने के लिए सीमा पार रिश्ते तलाशते हैं। शैतान सिंह उन लोगों में से एक हैं जिनके रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं। फिलहाल उनका परिवार इस उम्मीद में है कि हालात सुधरेंगे और वे शादी के लिए सीमा पार जा पाएंगे।(भाषा)