उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएफ) के जिला प्रबंधक मानिक सिंह ने रविवार को बताया कि कुछ शिकायतें मिलने के बाद गोदाम का निरीक्षण किया गया तो गोदाम में सामान्य डीएपी खाद की 2624 बोरी, सिंगल सुपर फास्फेट की 400 बोरी, प्री पोजिशनिंग उर्वरक की 1638 बोरी एवं प्री पोजिशनिंग खाद की 353 बोरी समेत कुल 5015 बोरी खाद गायब मिली। इस उर्वरक की कुल मूल कीमत करीब 61 लाख रुपए है।
उन्होंने बताया कि उर्वरकों की इस हेराफेरी की जानकारी जिलाधिकारी सहित विभाग के उच्चाधिकारियों को दी गई। उनके मुताबिक, इस पर कार्यवाही करते हुए जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला कृषि अधिकारी द्वारा सहायक भंडार नायक वीरेंद्र प्रसाद कठेरिया और सहायक गोदाम प्रभारी मनोज कुमार वर्मा के खिलाफ सरकारी धन के गबन और आवश्यक वस्तु अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है।