Bahraich encounter: समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बहराइच एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कहा कि पूरा मामला सरकार की नाकामी को दर्शाता है। वहीं, यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार (DGP Prashant Kumar) ने कहा कि जब पुलिस भारत-नेपाल सीमा के पास हथियार बरामदगी के लिए गिरफ्तार पांचों आरोपियों को ले जा रही थी, तो 2 आरोपियों ने भागने की कोशिश की थी।
अखिलेश ने उठाए एनकाउंटर पर सवाल : दूसरी ओर, बहराइच एनकाउंटर सवाल उठाते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि डराने के लिए एनकाउंटर किए जा रहे हैं। राज्य सरकार नाकामी छिपाने के लिए बांटो और राज करो की नीति पर चल रही है। उन्होंने बहराइच जिले में हुई सांप्रदायिक हिंसा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार और स्थानीय प्रशासन की विफलता करार दिया। यादव ने आश्चर्य जताया कि जब इतना बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा था तो वहां कोई पुलिस सुरक्षा क्यों नहीं थी।
अब तक 55 संदिग्ध गिरफ्तार : उल्लेखनीय है कि दुर्गा पूजा विसर्जन यात्रा के दौरान एक पूजा स्थल के बाहर कथित तौर पर तेज आवाज में संगीत बजाने को लेकर बहराइच जिले की महसी तहसील के महाराजगंज में रविवार को हिंसा भड़क गई थी, जिसमें स्थानीय निवासी रामगोपाल मिश्रा (22) की गोली लगने से मौत हो गई थी।
इस घटना के बाद इलाके में तोड़फोड़ और आगजनी हुई। भीड़ ने मकानों, दुकानों, शोरूम, अस्पतालों और वाहनों में आग लगा दी। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात दंगाइयों और कुछ नामजद आरोपियों के खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज की थी। अधिकारियों के अनुसार, पुलिस ने हत्या और उसके बाद हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक 12 प्राथमिकी दर्ज की हैं और 55 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।