Ashok Gehlot: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर कटाक्ष करते हुए शनिवार को कहा कि उसका लोकतंत्र में विश्वास नहीं है और वह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) तथा आयकर जैसी जांच एजेंसियों के माध्यम से राज करना चाहती है।
इसके साथ ही गहलोत ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि उनके सामने बड़ी चुनौती है, क्योंकि इस समय कांग्रेस की केंद्र में सरकार नहीं है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में एक बार फिर कांग्रेस के पक्ष में माहौल बना हुआ है। गहलोत कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश पदाधिकारियों एवं जिला अध्यक्षों की संयुक्त बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित कर रहे थे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' के 4 मुद्दों में से एक 'अहिंसा' का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा कि अहिंसा, ये सबसे बड़ा मुद्दा है देश के लिए, जो देश के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। इतनी हिंसा... इतना तनाव देश में पहले कभी नहीं था, क्योंकि जो (केंद्र) सरकार में जो बैठे है उनका लोकतंत्र में विश्वास है। वे तो ईडी (प्रवर्तन निदेशालय), इनकम टैक्स व सीबीआई के माध्यम से राज करना चाहते हैं।
महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रम का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा कि यह देश किस दिशा में जा रहा है यह चिंता का विषय होना चाहिए हम सब के लिए। गहलोत ने नवनियुक्त पदाधिकारियों से कहा कि चुनौती हमारे सामने है, बड़ी है क्योंकि आज हम दिल्ली में सत्ता में नहीं हैं। राहुल गांधी अकेले कुछ नहीं कर सकते। आप 'राहुल गांधी, सोनिया गांधी के हाथ मजबूत करो, मल्लिकार्जुन खरगे साहब का हाथ मजबूत करो...' इस नारे का मतलब होता है कि हम अपने क्षेत्र में कांग्रेस को कैसे मजबूत कर रहे हैं?
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं में क्षमता है, व्यवहारकुशलता है, वे ईमानदार हैं, विचारधारा एवं देश के प्रति निष्ठावान हैं जबकि ये (भाजपा वाले) नकली लोग हैं, जो खाली बातें करते हैं जिनकी कथनी व करनी में अंतर हैं। गहलोत ने कहा कि इनका चाल-चलन-चेहरा सामने आ चुका है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की बात की ओर इशारा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बार राज्य सरकार का विरोध (एंटी इंकम्बेंसी) नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह बड़ा प्वॉइंट है। यह ऐसे ही नहीं हुआ, प्रदेश कांग्रेस कमेटी व सरकार ने मिलकर प्रस्ताव पारित किए। हमने एक से बढ़कर एक बजट घोषणा की और उसके बाद हम लोगों ने तैयार की। जनता को बताया कि सरकार की मंशा क्या है और मैं समझता हूं कि उसी ढंग से जनता का माहौल बदला है।
उन्होंने कहा कि पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता 'सरकार फिर आ सकती है की सोच को सरकार आएगी' में बदल सकते हैं। बैठक को पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी संबोधित किया।(भाषा)