योजना के निदेशक, प्रशासन, डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि अभी तक राज्य में इस योजना के डेढ़ लाख गोल्डन कार्ड बांटे जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत पूरे प्रदेश में 100 सरकारी और 70 निजी अस्पतालों में भर्ती होने पर मरीजों को 1350 रोगों के इलाज के लिए पांच लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी।
उन्होंने बताया कि भारत की आर्थिक सामाजिक एवं जातीय जनगणना 2011 में चयनित लगभग 10 करोड़ परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की शुरुआत की गई थी। शुरू में इस योजना में उत्तराखंड के 5.37 लाख परिवारों को चिन्हित किया गया।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर पर देहरादून के सबसे बडे सरकारी स्कूल बन्नू स्कूल के मैदान पर योजना की विधिवत शुरूआत की। उन्हीं के निर्देश पर राज्य सरकार ने इसका दायरा बढ़ाते हुए 'अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना' शुरू की जिसमें लगभग 18 लाख और परिवारों को भी प्रतिवर्ष पांच लाख रुपए की निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का निर्णय किया गया।