विनायक पिछले डेढ़ दशक से भय्यूजी का सेवादार था और उनके साथ छाया की तरह रहता आया है। भय्यूजी कई मामलों में विनायक से चर्चा करते थे और उनके परामर्श को महत्व भी देते थे। सुसाइड नोट के आधार पर इंदौर के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) ने बताया कि सुसाइड नोट में संपत्ति के सभी अधिकार सेवादार विनायक को दिए हैं। इस पत्र में उन्होंने विनायक पर उन्होंने सबसे ज्यादा भरोसा जताया है।
पर हैरानी की बात है कि उनके परिवार के सदस्यों को इस संपत्ति के अधिकार नहीं दिए गए हैं। इसके अलावा आत्महत्या से पहले महाराज द्वारा लिखे सुसाइड नोट्स और उनमें उपयोग कागजों को लेकर सवाल उठ रहे हैं, वहीं भय्यू महाराज के अनुयायी भी चाहते हैं कि इस रहस्य से पर्दा जल्द से जल्द उठना चाहिए।