रीवा। रीवा संभाग कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने कुशाभाऊ स्मृति जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने चिकित्सालय के विभिन्न वार्डों में पहुंचकर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सालय के भीतर खाली पड़ी हुई दीवारों पर चित्रकारी एवं लेखन के माध्यम से विभिन्न बीमारियों के प्रति सावधानी बरतने के लिए लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए चिकित्सकों को निर्देशित किया।
उन्होंने कहा कि दीवारों पर टीकाकरण का महत्व, परिवार नियोजन अपनाने, स्तनपान कराने आदि का महत्व एवं विभिन्न बीमारियों के उपचार तथा सावधानी बरतने के संबंध में दीवारों पर चित्रकारी, सुविचार, सूक्तियाँ एवं जानकारी का लेखन कराया जाए। उन्होंने कहा कि जागरूकता ही बीमारियों का सबसे बड़ा इलाज है। लोग जागरूक रहेंगे तो बीमारियां स्वत: ही दूर होंगी।
डॉ. भार्गव निरीक्षण के दौरान जिला चिकित्सालय में स्थित पोषण पुनर्वास केन्द्र पहुंचे। पोषण पुनर्वास केन्द्र में कम बच्चे भर्ती थे और अधिकांश पलंग खाली पड़े हुए थे। इस पर उन्होंने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए चिकित्सकों से कहा कि एनआरसी की शत प्रतिशत क्षमता के अनुरूप बच्चों को भर्ती कर उन्हें लाभांवित करने की कोशिश करें। उन्होंने यहां भर्ती बच्चों के वजन की जानकारी ली, जिस पर पूर्वी साकेत, अनन्या एवं अन्य बच्चों का वजन बढ़ा हुआ पाया गया।
उन्होंने कहा कि एनआरसी में शिशु रोग विशेषज्ञ समय-समय पर बच्चों की काउंसलिंग करें। उन्होंने एनआरसी के रसोई कक्ष का भी निरीक्षण किया, जहां डायटीशियन रितुरूपा तिवारी के अनुपस्थित पाए जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के भोजन में एक्सपायरी खाद्य सामग्री का इस्तेमाल बिलकुल नहीं किया जाए।
उन्होंने प्रसव पश्चात वार्ड में पहुंचकर महिलाओं को समय पर जननी सुरक्षा योजना की राशि का लाभ दिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रसव के समय ही हितग्राही महिलाओं के बैंक खाते एवं अन्य जानकारी ले ली जाए, जिससे राशि मिलने में विलंब नहीं हो। उन्होंने टीकाकरण कक्ष, ओपीडी आदि का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान संयुक्त आयुक्त पी.सी. शर्मा, उप संचालक सतीश निगम, सीएमएचओ डॉ. आर.एस. पाण्डेय, डॉ. एन.पी. पाठक, डॉ. एम.एल. गुप्ता, डॉ. आर.आर. मिश्रा, डॉ. अरविंद मिश्रा, डॉ. ए.के. मिश्रा, डॉ. विपिन पाठक, डॉ. प्रवेश आर्य सहित अन्य चिकित्सक एवं जिला चिकित्सालय का स्टाफ मौजूद था।