Kanpur Encounter Case : फरीदाबाद में छुपा था गैंगस्टर विकास दुबे, पुलिस की छापेमारी से पहले हुआ फरार, 3 साथी गिरफ्त में

बुधवार, 8 जुलाई 2020 (21:25 IST)
फरीदाबाद/कानपुर/भोपाल। पुलिस पर अंधाधुंध गोलीबारी कर 8 पुलिसकर्मियों की जान लेने के मामले का मुख्य आरोपी विकास दुबे फरीदाबाद में छिपा था, लेकिन पुलिस की छापेमारी से पहले ही  वहां से भाग निकला। 
 
इस बीच विकास के मुख्य सहयोगी कार्तिकेय और अन्य आरोपियों को पुलिस ने धरदबोचा। कार्तिकेय उर्फ प्रभात के पास से 4 पिस्टल और 44 कारतूस बरामद किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि विकास दुबे भी 5 जुलाई से फरीदाबाद में ही था, लेकिन छापेमारी से पहले वह वहां से जा चुका था।

सूत्रों ने बताया कि मंगलवार की शाम क्राइम ब्रांच फरीदाबाद को गुप्त सूचना मिली कि कुख्यात अपराधी विकास दुबे के कुछ सहयोगी हथियार सहित नहर पार एरिया के हरि नगर स्थित न्यू इंदिरा नगर कॉम्प्लेक्स में छिपे हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस कमिश्रर ओपी सिंह ने डीसीपी (अपराध) मकसूद अहमद को आरोपियों की धरपकड़ के निर्देश दिए। अहमद की अगुवाई में एसीपी (अपराध) अनिल यादव ने तीन टीमों के साथ नहर पार एरिया में छापेमारी की।
 
सूत्रों के अनुसार छापे के दौरान छिपे बदमाशों ने पुलिस पर गोलीबारी कर भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें धरदबोचा। गिरफ्तार आरोपी कार्तिकेय उर्फ प्रभात, अंकुर और श्रवण हैं।
 
डीसीपी (अपराध) मकसूद अहमद ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ पुलिस पर गोलीबारी करने, अवैध हथियार रखने सहित आईपीसी की संबंधित धाराओं के अंतर्गत थाना खेड़ी पुल में मुकदमा दर्ज किया गया।
 
पुलिस सूत्रों के अनुसार उत्तरप्रदेश के अपराधी प्रभात उर्फ कार्तिकेय को आरोपी अंकुर और उसके पिता श्रवण ने अपने घर में पनाह दी थी। पूछताछ में कार्तिकेय ने बताया कि उसने और कुख्यात अपराधी विकास दुबे ने, विकास की रिश्तेदार शांति मिश्रा के घर में पनाह ली थी। 
 
सूत्रों के अनुसार विकास दुबे पुलिस के आने से कुछ घंटे पहले फरार हो गया था। प्रभात उर्फ कार्तिकेय ने पूछताछ में यह भी बताया कि वह विकास दुबे के साथ बिखरू गांव में पुलिस पर गोलीबारी करने में शामिल था।
 
 उनके अनुसार आरोपी प्रभात उर्फ कार्तिकेय ने बताया कि विकास दुबे और उसने पुलिस पर हमला किया और घायल पुलिस वालों की दो पिस्टल तथा कारतूस छीन कर फरार हो गए थे।
 
सूत्रों ने बताया कि प्रभात उर्फ कार्तिकेय के अनुसार फरार होने के बाद दो दिन तक वे लोग दो दिन तक दोस्त के घर शिवली (उप्र) में रहे थे। उन्होंने बताया कि श्रवण और अंकुर पिता-पुत्र हैं और उनके खिलाफ खेरी पुल थाने में मामला दर्ज किया गया है। दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर बदमाशों को आश्रय देने के आरोप में जेल भेज दिया गया है। विकास दुबे के मुख्य सहयोगी आरोपी कार्तिकेय को अदालत ने उप्र पुलिस की मांग पर ट्रांजिट रिमांड पर उप्र एसटीएफ के सुपुर्द किया है।
 
डीसीपी क्राइम ने बताया कि आरोपी के कब्जे से उप्र पुलिसकर्मियों से छीनी हुई 2 पिस्टल 9एमएम और 2 देसी पिस्टल 9एमएम सहित 44 कारतूस, एक खाली खोल, एक पिट्ठू बैग और 3000 रुपए बरामद हुए हैं।
 
विकास दुबे के बॉडीगार्ड को पुलिस ने किया ढेर : बुधवार को पुलिस ने एक के बाद एक कई सफलता हासिल की। मामले के मुख्य आरोपी विकास दुबे का अंगरक्षक कहे जाने वाले एक बदमाश अमर दुबे को हमीरपुर में पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है, वहीं छह अन्य बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है।
 
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि बुधवार सुबह हमीरपुर के मौदहा में विकास दुबे का करीबी सहयोगी अमर दुबे एसटीएफ और स्थानीय पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया।
 
उन्होंने बताया कि अमर दुबे पर 50,000 रुपए का इनाम घोषित था और उसके पास से एक अवैध सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल तथा कारतूस बरामद हुआ है। अमर दुबे, विकास दुबे गिरोह का तीसरा सदस्य है जो मुठभेड़ में मारा गया है। इससे पहले उसके साथी प्रेमप्रकाश पांडे और अतुल दुबे पिछले शुक्रवार को वारदात के बाद मुठभेड़ में मारे गए थे।

विकास दुबे का साला गिरफ्तार : उत्तरप्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बुधवार को कानपुर के बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के साले राजू निगम को मध्यप्रदेश के शहडोल जिले से हिरासत में लिया है। शहडोल की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिमा मैथ्यू ने पीटीआई को बताया कि इससे पहले सोमवार को उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ ने राजू निगम के बेटे आदर्श निगम को भी हिरासत में लिया है। प्रतिमा ने बताया कि राजू निगम शहडोल जिले के बुढ़ार कस्बे में पिछले 12 साल से रहता है। (भाषा)

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