छात्रा का आरोप है कि उसने पुलिस निरीक्षक द्वारा अपने साथ हो रही छेड़छाड़ की सूचना जिलाधिकारी पवन कुमार और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महेन्द्र सिंह यादव को दो दिन पहले फोन पर दी थी, मगर उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की और मामले को टाल दिया। निराश होकर उसने पुलिस महानिरीक्षक का दरवाजा खटखटाया।
इसी सिलसिले में मदद के लिए उसने थानाध्यक्ष उपाध्याय को फोन किया था, जिससे उसे उसका नंबर मिल गया। शुरू में उपाध्याय सामान्य संदेश भेजता था, मगर बाद में उसने अश्लील संदेश भेजने शुरू कर दिए। बहरहाल, पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। (भाषा)