सिंह ने बताया, 'समिति को स्कूल की तरफ से कई खामियों का पता चला है। मसलन, खिड़की टूटी हुई थी, कंडकरों और ड्राइवरों का पुलिस सत्यापन नहीं किया गया।' उधर, पुलिस ने बच्चे के दो सहपाठियों के बयान रिकॉर्ड किए हैं।
गुरुग्राम की इस जघन्य घटना के बाद केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लोगों से आग्रह किया कि भय का कोई माहौल नहीं होना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि उनका ‘विनम्र निवेदन’ है कि देश में लाखों में स्कूल हैं और ऐसे में ‘भय का माहौल’ नहीं बनाया जाना चाहिए और बच्चों का स्कूल जाना जारी रखना चाहिए।
उधर, हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि नियमों को ताक पर रखने वाले निजी स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकार बच्चों के भविष्य को लेकर गंभीर है। नियमों का पालन करने के लिए स्कूलों को आदेश दिए गए हैं। (भाषा)