जल संसाधन मंत्री सावंत इसे प्राकृतिक आपदा बताते हुए कहा था कि जो भी होना है वह होगा। इस दौरान सावंत ने गैरजिम्मेदाराना बयान देते हुए यह भी कहा कि केकड़ों ने बांध की दीवारों को कमजोर कर दिया था, इसलिए बांध टूटा और यह हादसा हुआ।
जल संसाधन मंत्री सावंत इसे प्राकृतिक आपदा बताते हुए कहा था कि जो भी होना है वह होगा। इस दौरान सावंत ने गैरजिम्मेदाराना बयान देते हुए यह भी कहा कि केकड़ों ने बांध की दीवारों को कमजोर कर दिया था, इसलिए बांध टूटा और यह हादसा हुआ।
एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि बांध के टूट जाने के लिए शिवसेना नेता सावंत द्वारा केकड़ों को जिम्मेदार ठहराया जाना शर्मनाक है। तटीय रत्नागिरि जिले के चिपलून तहसील में यह बांध मंगलवार को भारी बारिश के बीच टूट गया था और निचले हिस्से में आने वाले कई गांव जलमग्न हो गए थे।
(फोटो सौजन्य : ट्विटर)