इसके बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि शिवपाल यादव ने लगता है पार्टी का संविधान नही पढ़ा। पार्टी की जनरल बॉडी ने अपनी सर्वसम्मति से अखिलेश यादव को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया था और यह अखिलेश यादव के हाथ में भी नही है कि वो राष्ट्रीय अध्यक्ष पद छोड़े और पार्टी की जनरल बॉडी की अगली मीटिंग में भी अखिलेश को ही राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाएगा। शिवपाल यादव बेकार की बातें कर रहे हैं।
अगर वहां के लोगों के पास पढ़ने की व्यवस्था हो। उन्हें भरोसा हो कि जिस जमीन को जोत रहे हैं, उस जमीन पर वे काबिज हो जाएंगे, उस जमीन को उनके नाम कर देना चाहिए। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में नक्सलवाद पनपने लगा था, लेकिन हमारी सरकार ने समय रहते वहां पर स्कूल खोले सड़कें बनवा दीं, जिससे वहां नक्सलवाद नहीं पनप पाया।
जब तक वहां के लोगों को भरोसा नहीं दिलाया जाएगा कि आपके बच्चे सुरक्षित हैं, उनके पढ़ने की उचित व्यवस्था है, तब तक नक्सलवाद खत्म नहीं हो पाएगा और भाजपा पर बोलते हुए कहा कि बीजेपी का काम है नारे देना नारे उछालना और फिर उस पर राजनीति करना। और जाते जाते जब उनसे साध्वी प्राची के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि साध्वी प्राची को मैं सीरियस नहीं लेता।