बयान में ठाकरे के हवाले से कहा गया है कि शिवसेना को खत्म करने की यह भाजपा की चाल है। मैं उन्हें राज्य में मध्यावधि चुनाव कराने की चुनौती देता हूं। यह खेल खेलने के बजाय, हम जनता की अदालत में जाएंगे। अगर हम गलत हैं तो लोग हमें घर भेज देंगे और आप (भाजपा और शिंदे गुट) गलत हैं तो लोग आपको घर भेज देंगे।
उन्होंने विशेषज्ञों से भी यह इस मुद्दे पर राय देने को कहा कि राज्य में चल रहा राजनीतिक घटनाक्रम क्या संविधान के मुताबिक है या संवैधानिक मानदंडों का उल्लंघन किया है? पिछले महीने शिंदे ने शिवसेना के खिलाफ बगावत कर दी थी। पार्टी के अधिकतर विधायक उनके पाले में चले गए थे जिस वजह से ठाकरे नीत महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई थी। ठाकरे के इस्तीफे के 1 दिन बाद शिंदे ने 30 जून को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। भाजपा नेता देवेन्द्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।