मुख्यमंत्री के सामने उसकी आंखों से उसकी बेबसी साफ झलक रही थी जिसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने समझ लिया और तुरंत वाराणसी के जिलाअधिकारी को आदेश देते हुए कहा कि इन नन्हें मुन्ने बच्चों की पढ़ाई का इंतजाम किया जाए। योगी ने वहीं पास में खड़े विधायक से कहा इन बच्चों के स्कूल जाने में लगने वाली सभी चीजों का इंतजाम कराया जाए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे के दूसरे दिन रविवार को पं.दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय के निरीक्षण कर रहे थे तभी हुकुलगंज निवासी तीमारदार के साथ बरामदे में बैठे 8 वर्षीय प्रिया एवं 6 वर्षीय शिवा को देख तो मुख्यमंत्री ने उन बच्चों से स्कूल जाने के बारे में जानकारी ली तो बच्चों ने कोई भी जवाब नहीं दिया और वहीं पर मौजूद बच्चों के पिता ने अपनी गरीबी का हवाला देते हुए बताया की साहब बच्चे नहीं पढ़ते हैं।
बस क्या था बच्चों के सिर पर हाथ फिराते हुए मुख्यमंत्री ने वाराणसी के जिलाधिकारी को बच्चों का दाखिला स्कूल में कराए जाने का आदेश दे डालें और मौके पर मौजूद विधायक रवींद्र जायसवाल को भी बच्चों को निःशुल्क ड्रेस, जूता, मोजा तथा पठन पाठन की सामग्री उपलब्ध कराए जाने के लिए कहा। इसके चलते सोमवार को जैसे ही स्कूल खुले तो जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री के आदेशानुसार प्रिया एवं शिवा का दाखिला उनके घर के नजदीक के विद्यालय में करा दिया, ताकि दोनों बच्चे सुविधापूर्वक पढ़ सके।
6 वर्षीय शिवा को एलकेजी एवं 8 वर्षीय प्रिया को यूकेजी में उनके घर के नजदीक ही तुलसी निकेतन बालिका इण्टर कॉलेज हुकुलगंज में दाखिला कराया गया है। मुख्यमंत्रीजी के निर्देशानुसार इन दोनों बच्चों को निःशुल्क ड्रेस, पुस्तक, जूता, मोजा आदि भी उपलब्ध करा दिए गए हैं।