एशिया कप चैंपियन श्रीलंका को टी-20 विश्वकप में एक बड़ी जीत मिल गई है जो इस बहु राष्ट्रीय टूर्नामेंट में एक लाइफलाइन के तौर पर है। नामिबिया से पहला मैच हारने के बाद श्रीलंका ने बड़ी मुश्किल से 152 रन बनाए लेकिन संयुक्त अरब अमीरात की अनुभवहीन बल्लेबाजी सिर्फ 73 रनों पर सिमट गई।
चमीरा ने श्रीलंकाई गेंदबाजी की अगुवाई करते हुए 15 रन देकर तीन विकेट लिये जबकि हसरंगा ने आठ रन देर तीन विकेट निकाले। महीष तीक्ष्णा ने दो जबकि प्रमोद मदुशन और दसुन शनाका न एक-एक विकेट लिया।
पहले मैच में नामीबिया के हाथों 55 रन से हारने के बाद श्रीलंका के लिये यह मुकाबला करो या मरो का था। श्रीलंका ने 79 रन की विशाल जीत के साथ रन रेट में भी इज़ाफ़ा किया है जिससे सुपर-12 में पहुंचने की उम्मीदें पुनः जीवित हो गई हैं।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका ने 11 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर 91 रन बना लिये थे और वह बड़े स्कोर की तरफ अग्रसर थी। 12वें ओवर में धनन्जय डी सिल्वा (33) के रनआउट होने के बाद मयप्पन ने 15वें ओवर में भानुका राजपक्षा, चरित असलंका और दसुन शनाका को आउट करके हैट्रिक पूरी की जिसने श्रीलंका की रनगति पर लगाम लगा दी।
इसके बाद श्रीलंकाई स्पिनरों ने कमान संभाली। प्रमोद मदुशन ने सलामी बल्लेबाज सूरी को आउट किया जबकि कप्तान शनाका ने बासिल हमीद को पवेलियन भेजा। हसरंगा ने वृत्या अरविंद, अय्यान और काशिफ़ दाऊद का विकेट निकाला। तीक्ष्णा की गेंद पर मयप्पन के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आये जुनैद ने विकेट पर अपने समय का आनंद लिया। यूएई के 10वें नंबर के बल्लेबाज ने 16 गेंदों पर एक चौके और 109 मीटर के गगनचुंबी छक्के के साथ 18 रन बनाये। तीक्ष्णा की गेंद पर उनके आउट होने के साथ यूएई की पारी समाप्त हो गयी।