शिकायत में कहा गया है कि समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार असीम राजा के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री ने एक भाषण दिया। इसमें उन्होंने आम जनता को भड़काने के लिए पुलिस, चुनाव आयुक्त और चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया।
शिकायत में कहा गया है कि मोहम्मद आजम खां ने अपने संबोधन में कहा कि यहां आइए मुख्य चुनाव आयुक्त, आप यहां आ जाइये, दे दो सर्टिफिकेट एमएलए का, हम भी ताली बजाएंगे, भांडो की तरह, जरूरी थोड़ी है कि भांडगिरी आप ही करेंगे, हमें भी भांड बना लो, कही भांडगिरी से शासन नहीं होता, भांडगिरी से देश नहीं चलता।
शिकायत में आगे कहा गया है कि आजम खां ने अपने पूरे भाषण में पुलिस, चुनाव आयुक्त और चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर जनसभा में मौजूद लोगों के बीच नफरत भड़काकर और फैलाकर जनता की शांति भंग करने की कोशिश की और आचार संहिता का उल्लंघन किया।
उल्लेखनीय है कि आजम खान को घृणा भरे भाषण और अभद्र भाषा के प्रयोग के लिए रामपुर की एक सांसद-विधायक अदालत ने तीन वर्ष के कारावास की सजा सुनाई जिसके चलते उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गई और अब रामपुर विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव हो रहा है। रामपुर में आजम खान के करीबी आसिम राजा सपा के उम्मीदवार हैं, जबकि भाजपा ने यहां से आकाश सक्सेना को अपना उम्मीदवार बनाया है।