Shahjahan's 369th Urs begins in Taj Mahal: आगरा के ताजमहल में 3 दिन के लिए मुगल सम्राट शाहजहां (Shahjahan) का 369वां उर्स शुरू हो गया है। आज मंगलवार से गुस्ल की रस्म के साथ मकबरे के तहखाने में बनी शाहजहां और मुमताज की कब्रों को आम जनता के लिए खोल दिया गया है। वैसे पूरे साल तहखाने में बनी इन कब्रों को बंद रखा जाता है, बस शाहजहां उर्स के समय 3 दिन के लिए एएसआई द्वारा जनता के लिए खोल दिया जाता है।
उर्स 6 से 8 फरवरी तक : शाहजहां का उर्स 6, 7 व 8 फरवरी तक मनाया जाएगा। इस दौरान जनता मुमताज और शाहजहां की मुख्य कब्रों के दर्शन करेगी। इसमें सबसे अहम बात यह भी है कि उर्स के 2 दिन दोपहर 2 बजे बाद पर्यटक फ्री में ताजमहल की एंट्री ले सकते हैं, वहीं तीसरे दिन यानी 8 फरवरी की सुबह से ही ताजमहल में फ्री एंट्री रहेगी। हिजरी कैलेंडर के रजब माह के मुताबिक प्रत्येक वर्ष 25, 26 और 27 तारीख को शाहजहां का उर्स मनाया जाता रहा है, लेकिन 2024 में यह फरवरी माह की 6, 7 और 8 फरवरी को मनाया जा रहा है।
1,560 मीटर लंबी हिन्दुस्तानी चादरपोशी होगी : उर्स कमेटी के अध्यक्ष इब्राहिम जैदी कहते हैं कि ताजमहल में सभी धर्म के लोग आते हैं जिसके चलते सर्वधर्म सद्भाव प्रतीक के रूप में सतरंगी चादरपोशी 8 फरवरी को चढ़ाई जाएगी। इस साल 1,560 मीटर लंबी हिन्दुस्तानी चादरपोशी होगी, जो मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगी जबकि गत वर्ष 1,480 मीटर लंबी चादरपोशी की गई थी। इसके साथ ही कुल के छींटों के साथ कुरानख्वानी और फातिहा भी पढ़ा जाएगा।
भारत में मुस्लिम कला का गहना और दुनिया की विरासत ताजमहल में दूरदराज से लोग पहुंच रहे हैं और मुगल सम्राट शाहजहां और उसकी पसंदीदा पत्नी मुमताज की मुख्य कब्रें नजदीक से देख रहे हैं। 3 दिन शाहजहां उर्स के चलते ताजमहल का नजारा बदला हुआ नजर आ रहा है।