फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सऐप पर पश्चिम बगांल सरकार का एक नोटिफिकेशन पिछले कुछ दिनों से खूब शेयर किया जा रहा है। इस नोटिफिकेशन के मुताबिक, ममता बनर्जी सरकार ने ईद के लिए 5 दिन की छुट्टी दी है। इस नोटिफिकेशन के वायरल होते ही लोगों ने ममता बैनर्जी सरकार पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाना शुरू कर दिया। पहले से ही ममता बैनर्जी पर मुस्लिम-परस्त होने के आरोप लगते आए हैं।
क्या है वह नोटिफिकेशन..
पश्चिम बंगाल के वित्त विभाग के लेटरहेड पर जारी इस नोटिफिकेशन में लिखा गया है-
‘राज्यपाल ने ईद का त्योहार उचित तरीके से मनाने के लिए 12 जून से 15 जून तक सरकारी छुट्टी का ऐलान किया है। इन दिनों के अलावा 16 जून, 2018 को पहले से ही ईद के अवसर पर छुट्टी है। शैक्षणिक संस्थान, ग्रामीण और शहरी संस्थाएं, विकास प्राधिकरण, बोर्ड्स, कॉर्पोरेशन्स, राज्य सरकार से जुड़ी संस्थाएं और संगठन समेत सभी राज्य सरकार के ऑफिस इस मौके पर बंद रहेंगे’।
क्या है इस नोटिफिकेशन का सच..
हमने पड़ताल शुरू की तो पता चला कि यह नोटिफिकेशन फर्जी है। इसे ममता बैनर्जी सरकार ने जारी नहीं किया है। कोलकाता पुलिस ने भी अपने ट्विटर अकाउंट से इस नोटिफिकेशन को खारिज करते हुए लिखा- ‘ईद पर छुट्टी के बारे में सोशल मीडिया पर एक फर्जी नोटिफिकेशन चल रहा है, ये झूठ है। जिन लोगों ने यह काम किया है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी’।
लेकिन इस फर्जी नोटिफिकेशन से आम तो आम कुछ खास लोग भी धोखा खा गए। उनमें से एक हैं- आईएएस अधिकारी और राजस्थान क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष संजय दीक्षित। संजय दीक्षित ने भी इस नोटिफिकेशन को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा था- ‘इसी बीच, इस्लामिक स्टेट ऑफ वेस्ट बांग्लादेश ने ईद पर अबतक की सबसे लंबी छुट्टी का ऐलान किया है- पूरे पांच दिन की मुफ्त पगार और साथ में, आस्तिकों और नास्तिकों सबके लिए अनिवार्य छुट्टियां’।
सच सामने आने के बाद आईएएस अधिकारी संजय दीक्षित ने अब वह ट्वीट डिलीट कर दिया है, जिसमें उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार पर कटाक्ष किया था।