इस पहल का उद्देश्य झुग्गी-झोपड़ियों और कम आय वाले इलाकों पर ध्यान केंद्रित करना था, जहां लोगों को बुनियादी कूलिंग उपकरणों की कमी के कारण चिलचिलाती गर्मी से निपटने में अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
तापसी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कुछ तस्वीरें भी शेयर की है। इन तस्वीरों में वह झुग्गी में रहने वाले लोगों को अपने हाथों से पंखे बांटती नजर आ रही हैं। इसके साथ उन्होंने लिखा, प्यार बांटने से बढ़ता है। खुशियां बांटने से बढ़ती हैं। सौभाग्य बांटने से बढ़ता है।
तापसी पन्नू ने कहा, हम अक्सर पंखे या कूलर जैसी बुनियादी सुविधाओं को हल्के में ले लेते हैं, लेकिन बहुत से लोगों के लिए, खासकर इस असहनीय गर्मी में, हल्की हवा भी आशीर्वाद की तरह महसूस होती है। इस पहल का हिस्सा बनकर मैं बहुत प्रभावित हुई। यह केवल देने के बारे में नहीं है। यह लोगों के साथ खड़े होने, उनके दर्द को समझने और उन्हें कम करने के लिए जो कुछ भी हम कर सकते हैं, करने के बारे में है।
हेमकुंट फाउंडेशन के निदेशक हरतीरथ सिंह ने कहा, जब तापमान 40 डिग्री को पार कर जाता है, तो झुग्गी-झोपड़ियों में रहना लगभग असंभव हो जाता है, जहां बमुश्किल कोई वेंटिलेशन या छाया होती है। लोग बिना पंखे या कूलर के चुपचाप कष्ट सहते हैं, जिससे दिन भर उनका गुजारा हो सके। इसी बात ने हमें यह पहल शुरू करने के लिए प्रेरित किया। फाउंडेशन आने वाले हफ्तों में गर्मी से प्रभावित क्षेत्रों में इसी तरह के अभियान जारी रखने की योजना बना रहा है।