COVID-19 : देश में Corona के रिकॉर्ड 3.46 लाख नए मामले, उपचाराधीन मरीजों की संख्या 25 लाख के पार

Webdunia
रविवार, 25 अप्रैल 2021 (01:03 IST)
नई दिल्ली। कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 मरीजों की जान बचाने के लिए बेशकीमती मेडिकल ऑक्सीजन को लेकर पहली 2 ट्रेन उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र पहुंची। आम कोविड-19 मरीजों के उपचार के लिए रक्षा क्षेत्र के अस्पतालों को भी खोल दिया गया है और वायुसेना के विमान भी ऑक्सीजन टैंकर को पहुंचाने का काम कर रहे हैं, ताकि अस्पतालों में तेजी से कम हो रही इस प्राणरक्षक गैस को पहुंचाया सके। शनिवार को देश में कोविड-19 के 3.46 लाख नए मामले आने और 2624 लोगों की मौत होने से स्थिति और विकट हो गई, जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या 25 लाख से अधिक हो गई है

दिल्ली के दो अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से 26 मरीजों की मौत हो गई जबकि राष्ट्रीय राजधानी सहित कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी कमी है। ये अस्पताल मरीजों की जरूरत को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और उन्होंने सरकार से मदद की अपील की है। देश में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर केंद्र सरकार ने शनिवार को कोविड-19 रोधी टीके, उपचार में काम आने वाली ऑक्सीजन गैस और संबंधित उपकरणों के आयात पर मूल सीमा शुल्क की छूट की घोषणा की।

दिल्ली में कोरोनावायरस संक्रमण के कारण एक दिन में सर्वाधिक 357 लोगों की मौत हो गई और संक्रमण के 24,000 से अधिक नए मामले सामने आए। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के शनिवार को जारी बुलेटिन में यह जानकारी दी गई। दिल्ली में लोगों के संक्रमित पाए जाने की दर 32.27 प्रतिशत है।

पिछले 24 घंटे के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में उपचाराधीन मामलों की संख्या एक लाख के करीब पहुंच रही है। राष्ट्रीय राजधानी में अभी 93,080 उपचाराधीन मामले हैं। बुलेटिन में कहा गया है कि 22,695 मरीज संक्रमण से ठीक हुए हैं। बुलेटिन के मुताबिक, दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 74,702 नमूनों की जांच की गई और 35,455 लोगों को कोविड-19 टीका लगाया गया।

वित्त मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में शुल्क हटाने के ये निर्णय किए गए। प्रधानमंत्री ने ऑक्सीजन और ऑक्सीजन संबंधी उपकरणों की आपूर्ति बढ़ाने के उपायों पर चर्चा के लिए आयोजित इस उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।

मोदी ने जोर दिया कि घर या अस्पतालों में मरीजों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए चिकित्सीय ऑक्सीजन और संबंधित उपकरणों को जुटाने की तत्काल आवश्यकता है। उन्होंने इस संदर्भ में सभी मंत्रालयों और विभागों को मिलकर काम करने को कहा।

ऑक्सीजन के गंभीर संकट के बीच दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल में 20 अत्यंत बीमार मरीजों की रातभर में मौत हो गई। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले पांच दिन से गंभीर हालत में इलाज करा रहे कोविड-19 मरीजों के लिए जरूरी ऑक्सीजन की कमी चल रही है।

अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. डीके बलूजा ने बताया, भंडार कम होने की वजह से ऑक्सीजन का दबाव घट गया है। पंजाब के अमृतसर स्थित एक अस्पताल में शनिवार को ऑक्सीजन की कमी से छह मरीजों की मौत हो गई जिसके बाद पंजाब सरकार ने घटना के जांच के आदेश दिए हैं।

नीलकांत अस्पताल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सुनील देवगन ने आरोप लगाया, जिला प्रशासन से बार-बार मदद की गुहार लगाने के बावजूद किसी ने सहायता नहीं की। उन्होंने दावा किया, दो महिलाओं सहित छह मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी की वजह से हुई है। बहरहाल, पंजाब के चिकित्सा शिक्षा मंत्री ओपी सोनी ने आरोपों का खंडन करते हुए दावा किया कि अस्पताल ने ऑक्सीजन की कमी को लेकर कोई उचित जानकारी नहीं दी थी।

राष्ट्रीय राजधानी के अस्पताल सोशल मीडिया और मंचों पर ऑक्सीजन के भंडार की कमी का संदेश भेज रहे हैं।दिल्ली के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित अस्पतालों में से एक सर गंगाराम अस्पताल में शुक्रवार को ऑक्सीजन की कमी के कारण 25 गंभीर मरीजों की मौत हो गई थी जिसके एक दिन बाद अदालत ने केंद्र से कोविड-19 महामारी की संभावित दूसरी लहर को लेकर की गई तैयारियों की जानकारी मांगी।

अदालत ने कोविड मामलों में तेजी से वृद्धि को ‘सुनामी’ बताया और आगाह किया कि वह यहां अस्पतालों को ऑक्सीजन की आपूर्ति में अड़चन पहुंचाने वाले किसी भी व्यक्ति को ‘लटका’ देगी। न्यायमूर्ति विपिन सांघी और न्यायमूर्ति रेखा पल्ली की पीठ ने उक्त टिप्पणी दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में बढ़ते ऑक्सीजन संकट के मुद्दे पर अवकाश वाले दिन तीन घंटे तक की गई सुनवाई में की। अदालत ने कहा, हम किसी को नहीं छोड़ेंगे।

दिल्ली के कुछ ‘बेबस’ अस्पताल मरीजों के रिश्तेदारों को सलाह दे रहे हैं कि वे उन्हें किसी दूसरे अस्पताल ले जाएं जबकि कई अन्य के पास ऑक्सीजन का संरक्षित (बेक-अप) भंडारण का इस्तेमाल करने के सिवाय कोई विकल्प नहीं बचा है। तुगलकाबाद इंस्टीट्यूशनल एरिया में स्थित बत्रा अस्पताल के कार्यकारी निदेशक सुधांशु वैंकट ने बताया, हमारे पास ऑक्सीजन पूरी तरह से खत्म हो गई यहां तक कि संरक्षित भंडार भी खत्म हो गया है।

उन्होंने कहा, हम असहाय महसूस कर रहे हैं। हमने परिवारों से कहना शुरू कर दिया है कि मरीजों को दूसरे अस्पताल ले जाएं जहां ऑक्सीजन उपलब्ध हो। पड़ोसी उत्तर प्रदेश में रेलवे की ऑक्सीजन एक्सप्रेस शनिवार सुबह करीब 6.30 बजे लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर पहुंची। यह ऑक्सीजन झारखंड के बोकारो से लाई गई है और इसके लिए रेलवे ने हरित गलियारा बनाया था।

अपर मुख्‍य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने शनिवार को बताया कि ऑक्सीजन एक्सप्रेस मेडिकल ऑक्सीजन के दो टैंकर लेकर सुबह साढ़े छह बजे लखनऊ पहुंची। प्रत्‍येक टैंकर 15,000 लीटर क्षमता का है। जानकारी के अनुसार, बोकारो से ऑक्सीजन एक्सप्रेस तीन टैंकर ऑक्सीजन लेकर रवाना हुई थी जिसमें से एक टैंकर शुक्रवार/ शनिवार की दरमियानी रात वाराणसी में उतारा गया।

उत्तर प्रदेश के स्वास्थ मंत्री जयप्रताप सिंह ने कहा कि इससे मौजूदा स्थिति से निपटने में मदद मिलेगी। उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस संक्रमण से एक दिन में अब तक हुई मौतों का रिकॉर्ड शनिवार को फिर टूट गया तथा सर्वाधिक 223 मरीजों की मौत हो गई, जबकि 38,055 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही अब तक कुल 10,959 संक्रमित अपनी जान गंवा चुके हैं तथा 38,055 और लोगों के संक्रमित पाए जाने के बाद अब तक कुल संक्रमितों का आंकड़ा 10,51,314 पहुंच गया है।

वहीं एक अन्य ऑक्सीजन एक्सप्रेस विशाखापत्तनम से महाराष्ट्र के नासिक पहुंची, जहां पर ऑक्सीजन के चार टैंकर उतारे गए। पिछले रविवार को रेलवे ने घोषणा की थी कि वह चिकित्सा ऑक्सजीन और ऑक्सीजन सिलेंडर को देशभर में पहुंचाने के लिए ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ का परिचालन करेगा।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों (डीपीएसयू) और आयुध कारखाना बोर्ड (ओएफबी) के सभी चिकित्सा प्रतिष्ठानों को कोरोनावायरस से संक्रमित आम लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की अनुमति दे दी गई है।

भारतीय वायुसेना शनिवार को सिंगापुर से चार क्रायोजेनिक कंटेनर लेकर आई जिनका इस्तेमाल प्राणवायु के परिवहन के लिए किया जाएगा। देश में कोविड-19 मामलों में वृद्धि के चलते चिकित्सीय ऑक्सीजन की आपूर्ति को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।

वायुसेना के सी-17 विमान ने महाराष्ट्र के पुणे से चार खाली ऑक्सीजन टैंकर और मध्य प्रदेश के इंदौर से एक टैंकर गुजरात के जामनगर में ऑक्सीजन भरने के लिए पहुंचाया। अधिकारियों ने बताया कि वायुसेना ने 1,700 किलोग्राम वजनी चिकित्सा उपकरण लेह पहुंचाया है जिनका इस्तेमाल वहां के अस्पताल में कोविड-19 जांच के लिए किया जाएगा।

डीआरडीओ ने दिल्ली हवाई अड्डे के निकट स्थित अपने सरदार वल्लभभाई पटेल अस्पताल में शनिवार को 250 और बिस्तरों का प्रबंध किया। इसके बाद अस्पताल में बिस्तरों की कुल संख्या बढ़कर 500 हो जाएगी। रक्षामंत्री सिंह ने कहा कि लखनऊ में कोविड-19 उपचार प्रतिष्ठान का निर्माण कार्य पूरे जोरशोर के साथ चल रहा है और अगले पांच-छह दिन में उसका संचालन शुरू हो जाएगा। सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाएं (एएफएमएस) उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से अस्पताल का संचालन करेगा।

सिंह ने एक और ट्वीट किया, सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों और आयुध कारखाना बोर्ड के सभी चिकित्सा प्रतिष्ठानों में कोरोनावायरस से संक्रमित स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की अनुमति दे दी गई है। रक्षा मंत्रालय के अधिकारी और सेना के तीनों अंग मंत्रालय द्वारा की जा रहीं विभिन्न पहलों की प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं।

भारतीय वायुसेना ऑक्सीजन और अन्य महत्वपूर्ण चीजों की आपूर्ति का परिवहन समय कम करने के लिए उड़ानें संचालित कर रही है। एक सी -17 विमान आज सिंगापुर में चांगी हवाईअड्डे पर पहुंचा है। वायुसेना आवश्यक दवाओं के साथ-साथ देश के विभिन्न हिस्सों में निर्दिष्ट कोविड-19 अस्पतालों के लिए आवश्यक उपकरणों का परिवहन भी कर रही है।

देश में एक दिन में कोविड-19 के 3,46,786 नए मामले सामने आने के साथ संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,66,10,481 पर पहुंच गए जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या 25 लाख से अधिक हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। इन आंकड़ों के मुताबिक एक दिन में 2,624 संक्रमितों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 1,89,544 हो गई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार को बताया गया कि कोविड-19 के दैनिक नए मामलों में से 74.15 फीसदी मामले महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और दिल्ली समेत कुल दस राज्यों से हैं। मंत्रालय ने बताया कि महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, केरल, गुजरात, तमिलनाडु, राजस्थान, बिहार और पश्चिम बंगाल समेत 12 राज्यों में संक्रमण के दैनिक मामलों में वृद्धि देखी जा रही है।

इनमें से अधिकतर राज्यों ने रात्रि कर्फ्यू, सप्ताहांत लॉकडाउन और अन्य पाबंदिया लगाई हैं। केरल में 48 घंटे का लॉकडाउन लागू हो गया है और केवल आवश्यक एवं आपात सेवाओं को ही अनुमति होगी। सरकारी कार्यालयों और सार्वजनिक उपक्रमों में छुट्टी घोषित की गई है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा, हम ज्वालामुखी पर बैठे हैं जो कभी भी फट सकता है। लोगों को स्थिति को समझना चाहिए और उचित एहतियात बरतनी चाहिए।

केरल में शनिवार को कोविड-19 से 73 स्वास्थ्यकर्मियों सहित 26,685 और लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई। इसके साथ ही राज्य में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर लगभग 1.98 लाख हो गई है। तमिलनाडु सरकार ने 26 अप्रैल से पूजा स्थल, मॉल, बार और सैलून को बंद करने का फैसला किया है। सरकार ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच और पाबंदिया लगाने की घोषणा की है। सरकार ने कोविड-19 टीकों के आयात पर लगने वाले मूल सीमा शुल्क में भी तीन महीने की अवधि के लिए तत्काल प्रभाव से छूट दिए जाने का फैसला किया गया।

जिन उपकरणों को सीमा शुल्क से छूट दी गई है उनमें चिकित्सीय ऑक्सीजन के अलावा ऑक्सीजन कंसनट्रेटर के साथ प्रवाह मीटर, रेग्यूलेटर, कनेक्टर्स और टयूबिंग, वैक्यूम प्रेशर स्विंग एब्जॉरप्शन (वीपीएसए), प्रेशर स्विंग एब्जॉरप्शन (पीएसए) ऑक्सीजन संयंत्र, क्रायोजेनिक ऑक्सीजन वायु पृथक्करण इकाइयां (एएसयू), लिक्विड/ गैसीय ऑक्सीजन का उत्पादन, ऑक्सीजन कनस्तर, ऑक्सीजन भरने की प्रणाली ऑक्सीजन भंडारण टैंक और ऑक्सीजन सिलेंडर शामिल हैं।
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इनके अलावा ऑक्सीजन जेनरेटर, ऑक्सीजन ले जाने वाले आईएसओ कंटेनर, ऑक्सीजन के लिए क्रायोजेनिक रोड ट्रांसपोर्ट टैंक, उपरोक्त वस्तुओं का ऑक्सीजन के उत्पादन, परिवहन, वितरण या भंडारण के लिए उपकरणों का निर्माण सहित अन्य कई अन्य उपकरणों को छूट देने का फैसला किया गया है। उत्तर प्रदेश, बिहार, असम, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के बाद तेलंगाना और जम्मू-कश्मीर ने भी सभी को मुफ्त में टीका उपलब्ध कराने की घोषणा की है।
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महाराष्ट्र में शनिवार को कोविड-19 के 67,160 नए मामले आए जबकि 676 लोगों की मौत हुई। इसके साथ ही प्रदेश में अब तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 42,28,836 हो गई जिनमें से 63,928 की जान जा चुकी है। तमिलनाडु में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी जारी है और शनिवार को 14,842 नए मामले आने से यहां अब तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 10,66,329 हो गई, वहीं 80 मरीजों की मौत से महामारी में जान गंवाने वालों की संख्या 13,475 हो गई।
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हिमाचल प्रदेश में शनिवार को संक्रमण से 24 लोगों की मौत हुई जबकि 2,073 नए मामले आए। स्वास्थ्य सचिव निपुण जिंदल ने बताया कि इसके साथ ही प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 86,138 हो गई है जिनमें से 1,291 की मौत हुई है। हरियाणा में शनिवार को 10,491 नए मामले आने से यहां अब तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 4,13,334 हो गई। वहीं गत 24 घंटे के दौरान 60 लोगों की मौत होने से महामारी में जान गंवाने वालों की संख्या 3,703 तक पहुंच गई। सबसे अधिक 3,136 नए मामले गुरुग्राम में आए।
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पड़ोसी पंजाब में शनिवार को संक्रमण के 5,724 नए मामले आए जिन्हें मिलाकर अब तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 3,32,110 हो गई। पंजाब में गत 24 घंटें में 92 मरीजों की मौत हुई। इसके साथ ही प्रदेश में कोविड-19 से जान गंवाने वालों की संख्या 8,356 हो गई। केंद्र शासित प्रदेश में भी गत 24 घंटे में 711 नए मामले आए और तीन मरीजों की मौत हुई।(भाषा) 

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