स्वास्थ्य मंत्री सोशल मीडिया के अपने प्रशंसकों के साथ ‘संडे संवाद’ प्लेटफॉर्म पर बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की खातिर टीके के आपातकालीन प्रयोग की अनुमति देने के लिए पर्याप्त सुरक्षा और प्रभावी आंकड़ों की जरूरत होगी। आंकड़ों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई निर्भर करेगी।
आर्थिक कारणों से युवा और कामकाजी लोगों को कोविड-19 का टीका लगाने की प्राथमिकता देने के कयासों से इंकार करते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड-19 टीका लगाने के लिए समूहों की प्राथमिकता दो मुख्य बातों पर निर्भर करेगी- पेशेवर खतरा और संक्रमण का जोखिम, गंभीर बीमारी होने का खतरा तथा बढ़ती मृत्यु दर।
मंत्री ने कहा कि भारत जैसे बड़े देश में टीके की आपूर्ति को प्राथमिकता देना कई कारकों पर निर्भर करता है जैसे संक्रमण का खतरा, विभिन्न जनसंख्या समूह के बीच अन्य रोग का प्रसार, कोविड-19 मामलों के बीच मृत्यु दर और कई अन्य।