डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान करते हुए कहा कि अमेरिका चीन पर 100% टैरिफ लगाएगा, जो वर्तमान में चीन द्वारा चुकाए जा रहे किसी भी टैरिफ के अलावा होगा। 1 नवंबर, 2025 से, या उससे भी पहले, जो चीन द्वारा की गई किसी भी आगे की कार्रवाई या बदलाव पर निर्भर करेगा।
ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर अपनी पोस्ट में लिखा, 'अभी-अभी पता चला है कि चीन ने व्यापार के मामले में असाधारण रूप से आक्रामक रुख अपनाया है. इसका असर बिना किसी अपवाद के सभी देशों पर पड़ेगा। यह योजना उन्होंने वर्षों पहले ही बना ली थी। सिर्फ अमेरिका की बात कर रहा हूं, उन देशों की नहीं जिन्हें इसी तरह का खतरा था, हम 1 नवंबर से सभी महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर पर निर्यात नियंत्रण लगा देंगे।
ट्रंप ने क्यों लगाया टैरिफ : इस हफ्ते चीन ने रेयर अर्थ के निर्यात पर नियंत्रण कड़े किए हैं। इस पर ट्रंप ने चीन पर बहुत शत्रुतापूर्ण रवैया अपनाने और दुनिया को अपने वश में करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। दुनिया के लगभग 90 प्रतिशत रेयर अर्थ की प्रोसेसिंग चीन में होती है, जिनका इस्तेमाल सोलर पैनल से लेकर स्मार्टफोन तक में होता है। जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या चीन द्वारा निर्यात नियंत्रण वापस लेने पर वे अतिरिक्त टैरिफ हटाएंगे, उन्होंने कहा कि देखते हैं क्या होता है। इसलिए मैंने इसे 1 नवंबर को रखा है।
जिनपिंग को नहीं उकसाया : यह पूछे जाने पर कि सॉफ्टवेयर के अलावा निर्यात नियंत्रण लगाने के लिए और क्या-क्या प्रस्ताव हैं, अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि और भी बहुत कुछ। हमारे पास हवाई जहाज के पुर्जे हैं। हम बस चीन से हैरान थे। राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं। यह कोई ऐसी बात नहीं है जिसके लिए मैंने उकसाया हो। यह बस उनके द्वारा की गई किसी कार्रवाई का जवाब था और उन्होंने असल में हम पर निशाना नहीं साधा। उन्होंने पूरी दुनिया पर निशाना साधा। मुझे लगा कि यह बहुत बुरा था।
क्या जिनपिंग से नहीं मिलेंगे ट्रंप : चीन पर 100% टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद जब ट्रंप से सवाल किया गया कि क्या उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अपनी बैठक रद्द कर दी है? उन्होंने कहा कि नहीं, मैंने रद्द नहीं की है। लेकिन मुझे नहीं पता कि हम ऐसा करेंगे भी या नहीं। मैं वहां जरूर जाऊंगा। उन्होंने दुनिया को कुछ ऐसा चौंका दिया। यह चौंकाने वाला था। अचानक, वे आयात-निर्यात की यह पूरी अवधारणा लेकर आए और किसी को इसके बारे में कुछ पता ही नहीं चला।