हाल में जारी एक अध्ययन के निष्कर्ष में यह सुझाया गया है। दुनियाभर के करोड़ों लोगों में मोटापे का खतरा बढ़ा है। कम उम्र के बच्चे भी इससे अछूते नहीं रह गए हैं। हमारे शरीर में वसा एकत्रित करने वाले और उनके प्रसंस्करण के लिए जिम्मेदार रसायनों को ओबसोजिन्स कहा जाता है। इन रसायनों को ही मोटापे के बढ़ते मामलों के लिए संभावित तौर पर जिम्मेदार बताया जाता है।
पुर्तगाल स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ एवियरो एवं यूनिवर्सिटी ऑफ बेयारा इंटीरियर के अनुसंधानकर्ताओं ने पहले से किए गए अध्ययनों की समीक्षा की और बताया कि भोजन, घरों की धूल और साफ-सफाई, रसोई या साज-सज्जा में प्रयुक्त रसायनों जैसे दैनिक इस्तेमाल की वस्तुओं के जरिए ये ओबसोजिन्स घर में पहुंचते हैं।
लिस्बन विश्वविद्यालय की अना कैटरीना सोसा ने कहा कि ओबसोजिन्स किसी भी जगह मिल सकता है। हमारा खाना इसका सबसे बड़ा स्रोत है, क्योंकि कुछ कीटाणुनाशक और कृत्रिम मीठे पदार्थ ओबजिन्स हैं। सोसा ने कहा कि इसी प्रकार वे प्लास्टिक और घरेलू सामानों में विद्यमान होते हैं इसलिए पूरी तरह उसके संपर्क से बाहर होना बहुत मुश्किल है, लेकिन उल्लेखनीय रूप से उसमें कमी लाना न सिर्फ मुमकिन है बल्कि बहुत आसान भी है।