इक्कीस अगस्त, 2004 को एक अवामी लीग रैली पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को निशाना बनाकर हमला किया गया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री खालिदा ज़िया के बेटे तारिक रहमान को तथा 18 अन्य लोगों को आजीवन कारावास दिया गया था। पूर्व शिक्षा उपमंत्री अबदुस सलाम पिंटू को भी मौत की सजा दी गई है, जबकि बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) प्रमुख खालिदा जिया के पूर्व राजनीतिक सचिव हैरिस चौधरी को आजीवन कारावास की सजा दी गई है।