अमेरिकी अधिकारियों ने इस खतरे के संबंध में चेतावनी देते हुए कहा कि संभवत: वर्ष 2013 के समझौते के बाद भी असद ने रासायनिक हथियारों का एक जखीरा छुपा कर रखा होगा और उसकी सूचना नहीं दी होगी। हाल में हुए कथित हमलों के बाद जुटायी गयी जानकारी से ऐसा लगता है कि 2013 के बाद भी असद के पास रासायनिक हथियारों की निर्माण क्षमता बरकरार रही, जबकि समझौते के तहत ऐसा करने पर प्रतिबंध था। (भाषा)